दिल्ली: लघु फिल्मों का निर्देशन कर अपनी पहचान बना रहे अभिनेता व राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे कुश सिन्हा ने अपने पिता और अपनी बहन सोनाक्षी की सफलता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया है. उनका कहना है कि उन लोगों के अपने रास्ते हैं और वह इसका प्रभाव अपने ऊपर नहीं पड़ने देंगे. कुश ने बताया, “बिल्कुल दबाव नहीं है. मेरी बहन और पिता ने अपने रास्ते पर चलकर जो हासिल किया है, उसका मैं सम्मान करता हूं. मेरा रास्ता मुझसे संबंधित होगा.”
उन्होंने सामाजिक संदेश वाली लघु फिल्में बनाई है. उनकी पहली फिल्म ‘खून में है’ थी और सोनाक्षी व शत्रुघ्न अभिनीत अपनी दूसरी लघु फिल्म ‘मौके के पंख’ के जरिए उन्होंने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान को बढ़ावा दिया. फीचर फिल्म का निर्देशन करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह फिलहाल पटकथा पढ़ रहे हैं. वह इसके इंतजार में हैं.
‘मौके के पंख’ में परिवार के सदस्यों के साथ काम करने के अनुभव के बारे में कुश ने कहा कि यह बहुत भावनात्मक अनुभव रहा, क्योंकि पहली बार वह या कोई और फिल्म/अभियान के लिए परिवार के सदस्यों को साथ लेकर आए और पेशेवर तौर पर यह संतोषजनक रहा, क्योंकि फिल्म को दोनों ने अपना समय और टैलेंट दिया.