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पाकिस्तान के आतंकी संगठनों ने फैलाई दहशत, जानिए रिपोर्ट…

हाल ही में जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने सेना के कैंप पर हमला बोल दिया. इस बार आतंकियों ने सेना के कैंप के उन हिस्सों को निशाना बनाया जहां, जवानों के परिजन रहते हैं. इस हमले में एक जवान और उनकी बेटी सहित तीन लोग घायल हो गए . बताया जा रहा है कि करीब 3-5 आतंकी कैंप में छुपे हो सकते हैं, वे लगातार फायरिंग कर रहे हैं. आतंकी हमले के बाद सेना के जवानों ने मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग शुरू कर दी.

जानिए कब- कब हुए आतंकी हमले
अक्टूबर 2017 – श्रीनगर में भी BSF कैंप पर आतंकियों ने सेना का चक्रव्यूह को भेदकर हमला करने में कामयाब रहे थे. चार स्तरीय सुरक्षा के बावजूद दो आतंकियों ने ऐडमिन ब्लॉक में घुसकर हमला किया था. इस हमले में बीएसएफ के एक ASI शहीद हुए थे, जबकि तीन जवान घायल हुए थे. रक्षा विशेषज्ञ सवाल उठा रहे थे कि आखिर इतने संवेदनशील इलाके में स्थित बीएसएफ कैंप के अंदर आतंकवादी घुसने में कैसे कामयाब हुए? आखिर चार स्तरों की सुरक्षा वाले इलाके को भेदते हुए आतंकी अंदर कैसे दाखिल हो गए? खुद गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने इस ‘चूक’ को स्वीकार किया था.

अगस्त 2017 – जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पुलिस लाइन में आतंकियों ने हमला किया था. यह वर्ष 2017 का सबसे बड़ा आतंकी हमला था. आतंकवादियों ने पुलवामा में जिला पुलिस लाइन में दाखिल होने पर तड़के करीब 3.40 बजे गार्ड-पोस्ट पर हमला किया था. इस हमले में आठ जवान शहीद और तीन जवान घायल हुए थे. हालांकि सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था. शहीद जवानों में चार जम्‍मू कश्‍मीर पुलिस और चार सीआरपीएफ के थे. पुलिस कांस्टेबल इम्तियाज अहमद शेख की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल और जवान ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था.

जून 2017 – जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में CRPF कैम्प पर हए आतंकी हमले में सुंबल इलाके के सीआरपीएफ की 45 बटालियन के कैंप मे घुसकर फायर किया था और आतंकियों ने पहले ग्रेनेड से हमला किया था, फिर भारी गोलीबारी की थी. पर यह आतंकी हमला असफल रहा क्योंकि पहले से ही सतर्क संतरी ने इस हमले को पूरी तरह से नाकाम कर दिया था. हमले में शामिल चारों आतंकियों को मार गिराया था. यह एनकाउंटर करीब 1 घंटे तक चला था. मारे गए आतंकियों के पास से चार AK47 और दर्ज़नभर ग्रनेड के साथ भारी मात्रा मे गोला बारूद मिला था.

अप्रैल 2017 – जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के पंजगाम में भी आतंकियों ने सेना के कैंप पर उरी की तर्ज पर बटालियन शिविर को निशाना बनाया था. भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने इस बार सेना के आर्टिलरी बेस को निशाना बनाया था. इस हमले में कैप्टन समेत सेना के तीन जवान शहीद हुए थे. वहीं पांच जवानों के घायल होने की खबर थी. मुठभेड़ में दो आतंकी भी मारे गए थे. कश्मीर में सेना पर हुए हमले के बाद गृह मंत्रालय ने बैठक बुलाई गई थी. आतंकियों ने चौकीबल स्थित पंजगांव में बटालियन शिविर को निशाना बनाया था.

सितम्बर 2016 – जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में LOC के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर हुआ था, इस आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हुए थे. सैन्य बलों की कार्रवाई में सभी चार आतंकी मारे गए थे. यह भारतीय सेना पर किया गया, लगभग 20 सालों में सबसे बड़ा हमला था. उरी हमले में सीमा पार बैठे आतंकियों का हाथ बताया गया था. इनकी योजना के तहत ही सेना के कैंप पर फिदायीन हमला किया गया था. हमलावरों के द्वारा निहत्थे और सोते हुए जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी. अमेरिका ने भी उरी हमले को “आतंकवादी” हमला करार किया था.

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