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नामाक्षर में छिपा होता है व्यक्ति के स्वभाव का राज, जानिए…

हिंदू धर्म मान्यताओं के अनुसार नामकरण एक बड़ा धार्मिक संस्कार माना जाता है। नाम का प्रभाव व्यक्ति के स्वभाव और उसके भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। हिंदू धर्म के सिद्धांतों के अनुसार माना जाता है कि नाम और व्यवहार में एक विशेष संबंध होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नाम से व्यक्ति की पहचान के साथ ही उसके आंतरिक गुणों की जानकारी लगाई जा सकती है। वैसे तो व्यक्ति की पहचान उसकी कुंडली से भी की जा सकती है लेकिन कुंडली पढ़ना हर किसी के लिए संभव नहीं होता है। नाम से व्यवहार का पता लगाना अधिक आसान माना जाता है।

जिन लोगों का नाम ‘ए’ यानि ‘अ’ से शुरू होता है वो लोग हमेशा अपने काम को लेकर प्रतिबद्ध रहते हैं और ऐसे लोगों को जीवन को खुलकर जीने में दिलचस्पी होती है। बी या ब संवेदनाओं को दर्शाता है और व्यक्ति के बेहद भावुक होने की बात कहता है। जिन लोगों का नाम ‘सी’ से शुरू होता है वो बहुत जल्दी गुस्से में आ जाते हैं। ‘डी और ई’ संतुलन का परिचायक है, लेकिन इसी के साथ वो बहुत ही जिद्दी माने जाते हैं। जिन लोगों का नाम ‘फ’ से शुरू होता है वे बहुत ज्यादा नकारात्मक विचार रखते हैं। जिन लोगों का नाम जी और एच से शुरु होता है वो लोग बेहद धार्मिक माने जाते हैं।

‘आई’ और ‘जे’ से जिन लोगों का नाम शुरु होता है वो लोग किसी को भी प्रेरित कर सकते हैं और लोगों के आदर्श बन जाते हैं। के और एल से नाम शुरु होने वाले लोग बहुत ही भावुक माने जाते हैं। एम और एन वालों को हर परिस्थिति में अपने को संभालना आता है। ओ और पी वाले बहुत ही जिम्मेदार व्यक्ति माने जाते हैं। क्यू और आर नाम के लोगों को लीडर प्रवृत्ति का माना जाता है। एस और टी अक्षर से शुरु होने वाले नाम के लोग प्रगति के प्रतीक माने जाते हैं। यू और वी नाम के लोग बहुत ही स्वाभिमानी माने जाते हैं।

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