अक्सर लोग समय बचाने या आलस की वजह से दिन में एक बार ही ज्यादा खाना बना लेते हैं। फिर बाद में बचे हुए खाने को गर्म करके खाते हैं। यह आदत आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। बचे हुए खाने को फ्रिज में रखकर बाद में गर्म करके खाने से उसके पोषक तत्वों के कंपोजिशन्स में काफी बदलाव आ जाता है। इस वजह से कई बार यह सेहत के लिए बेहद घातक हो जाते हैं। ऐसे में आपको कोशिश यह करनी चाहिए कि खाना बनाने के बाद उसे ताजा ही खा लें। आज हम आपको 6 ऐसे फूड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें दोबारा गर्म करके कभी नहीं खाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करना न सिर्फ फूड प्वॉइजनिंग की वजह हो सकता है बल्कि यह कैंसर और अल्जाइमर जैसी समस्याओं की भी वजह हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि वे 6 फूड्स कौन-कौन से हैं।
चिकन – अगर रेफ्रीजरेट किए हुए चिकन को दोबारा गर्म किया जाए तो उसमें मौजूद प्रोटीन कम्पोजिशन पूरी तरह से बदल जाते हैं। दोबारा गर्म किया हुआ चिकन खाने से पाचन खराब होने का खतरा होता है। अगर आपको गर्म चिकन ही पसंद है तो इस बात का ध्यान रखें कि चिकन अच्छी तरह पका हो।
मशरूम – मशरूम को काटने के बाद से ही उसमें मौजूद प्रोटीन तत्व कम होने लगते हैं। ऐसे में उसे पकाते ही खा लेना ज्यादा सही होता है। इसे एक बार पकाने के बाद फिर से गर्म करके बिलकुल नहीं खाना चाहिए। मशरूम को दोबारा गर्म करके खाने से आपका पेट खराब हो सकता है।
आलू – आलू उबालने के बाद उसे कमरे के तापमन पर ठंडा होने के लिए छोड़ दिया जाए तो गरमाहट की वजह से उसमें बॉटुलिज्म नाम का एक बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाता है। ठंडा होने के बाद माइक्रोवेव में आलू को गर्म करने से भी बैक्टीरिया जीवित रहता है। ऐसे में जरूरी है कि उबालने के बाद इसे ठंडा होने के लिए सीधे फ्रिजर में डाल दें।
अंडा – अंडे को दोबारा गर्म करके खाना हमेशा नुकसानदेह होता है। अंडे में मौजूद प्रोटीन दोबारा गर्म करने के बाद विषाक्त हो जाता है। जिससे पाचन और पेट संबधी कई तरह की समस्याएं होने का खतरा बढ़ जाता है।
पालक – पालक को दोबारा गर्म करके खाना कैंसर का कारण भी हो सकता है। पालक में मौजूद नाइट्रेट दोबारा गर्म करने के बाद ऐसे तत्वों में बदल जाता है जिससे कैंसर होने की संभावना होती है। ऐसे में जरूरी है कि पालक को दोबारा गर्म करके खाने की कोशिश न करें।
तेल – अक्सर लोग बचे हुए तेल को दोबारा अन्य सब्जियों को पकाने में इस्तेमाल करते हैं। यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। बचे हुए तेल को दोबारा प्रयोग करने से उसमें फ्री रेडिकल्स बनते हैं। जिससे आगे चलकर कैंसर और अल्जाइमर जैसी घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।