दुबला पतला मरियल शरीर, चेहरे पर रौबीली मूंछे और काला लिबास। कुछ ऐसा ही दिखता था वीरप्पन। पूरा नाम था कूस मुनिस्वामी वीरप्पन। इस कुख्यात अपराधी ने करीब 30 साल तक कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल के बिहड़ इलाकों पर राज किया था। इसे देश का सबसे खतरनाक डाकू माना गया, जिसके गिरोह में करीब 100 डकैत शामिल थे। इसके कहर ने 120 लोगों और 2000 हाथियों का कत्ल किया था। आखिर में पुलिस के ऑपरेशन कुकून ने वीरप्पन को मार गिराया। वहीं कम लोग जानते होंगे की कभी कुख्यात वीरप्पन को पकड़ने के लिए सुपरस्टार रजनीकांत से भी मदद मांगी गई थी।
दरअसल बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक ऐसे कई अपराधी हैं जिनके जीवन पर आधारित फिल्में बनाई गई हैं। उन्हीं में से वीरप्पन भी एक था। वहीं वीरप्पन खुद भी बॉलीवुड और और साउथ फिल्म इंडस्ट्री से अछुता नहीं था। वीरप्पन को पकड़ने की हर संभव कोशिश करने वाली स्पेशल टास्क फोर्स की टीम को वीरप्पन के बारे में ऐसी सूचना मिली की टीम रजनीकांत के पास जा पहुंची।
एसटीएफ की टीम को पता चला कि वीरप्पन रजनीकांत का बहुत बड़ा फैन है। यह मालूम होते ही टीम रजनीकांत के पास पहुंची और वीरप्पन को पकड़ने के लिए मदद मांगी। एसटीएफ की टीम ने रजनीकांत से कहा कि वीरप्पन उनका बहुत बड़ा फैन है और उनकी बात कभी नहीं टालेगा। इसलिए रजनीकांत वीरप्पन को सरेंडर करने के लिए कहें लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बताया जाता है कि रजनीकांत ने यह कहकर एसटीएफ टीम की बात मानने से इनकार कर दिया था कि अगर वीरप्पन सरेंडर नहीं करता है तो उनकी इमेज का क्या होगा।