बांग्लादेश के टी20 कप्तान शाकिब अल हसन ने श्रीलंका के खिलाफ 16 मार्च को अंपायर के फैसले पर अपनी आपत्ति जताई। इस वाकये का जिक्र करते हुए भारत के पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान ने सुनील गावस्कर के उस वाकये की याद ताजा कराई, जब वो भी अंपायर के फैसले से नाराज होकर वापस पवेलियन चल पड़े थे। ये घटना 1981 में ऑस्ट्रेलिया-भारत के बीच टेस्ट मैच की है।
दरअसल हुआ यूं कि मेलबॉर्न टेस्ट के दौरान डेनिस लिली की लो-बॉल सुनील गावस्कर के बैट पर लगने के बाद पैड पर लग गई। इस पर गेंदबाज ने अपील की और अंपायर रेक्स वाइटहेट ने गावस्कर को आउट दे दिया। हालांकि गावस्कर कहने लगे कि वह नॉट आउट हैं। इतने में डेनिस लिली उनके पास आए और गावस्कर के पैड को छूकर कहने लगे कि आप आउट हैं। इससे निराश कप्तान गावस्कर जब पवेलियन की ओर लौटने लगे। इसी बीच एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने गावस्कर को कुछ अपशब्द कह दिए।
बस फिर क्या था। लिटिल मास्टर इतना गुस्सा आया कि नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े चेतन चौहान को पुश करते हुए पवेलियन लौटने तक को कह दिया। चेतन चौहान को भी मजबूरन मैदान छोड़कर वापस लौटना पड़ा। ये घटना देखकर सारे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैरान रह गए। लेकिन भारतीय टीम के ग्रुप मैनेजर मैनेजर एसएके दुर्रानी ने मौका रहते चौहान को मैदान से बाहर आने से रोक दिया।
चेतन चौहान ने इस वाकये को याद करते हुए स्पोर्टस्टार से कहा, “गावस्कर चैंपियन की तरह बल्लेबाजी करते हैं, जिस डिलीवरी पर उन्हें आउट दिया गया। वो उनके बल्ले को छूती हुई गई थी। गावस्कर मेरे पास आए और पूछा कि क्या ये वास्तव में बाहर थी। मैंने कहा- नहीं।
चेतन चौहान ने आगे कहा, “गावस्कर ने बताया आस्ट्रेलियन खिलाड़ी बेईमानी कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने मुझसे इसका विरोध जताने को कहा। मैंने उनसे कहा कि आप कप्तान हैं। आप निर्णय लें और हम ड्रेसिंग रूम की ओर चल दिए। उस वक्त गास्कर बेहद असंतुष्ट थे।”