सात मार्च को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए बम धमाके के कुछ घंटों बाद दो लोगों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने खुलासा किया है कि इन आरोपियों का निशाना असल में लखनऊ-भोपाल पुष्पक एक्सप्रेस थी जो एक रात पहले निकली थी।
आतिफ मुजफ्फर और सईद मीर हुसैन को मोहम्मद दानिश के साथ होशंगाबाद जिले के पिपरिया से गिरफ्तार किया गया था। इनके चौथे साथी सैफुल्ला को उत्तर-प्रदेश एटीएस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। एनआईए ने बताया कि छह मार्च को ये सभी पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में सवार हुए थे लेकिन भीड़ और सतर्क यात्रियों के चलते वह विस्फोट नहीं कर सके।
एक अंग्रेजी अखबार के सूत्रों के मुताबिक, आतिफ पुष्पक एक्सप्रेस की तीन टिकट खरीदकर लाया था लेकिन ट्रेन में पूरी यात्रा के दौरान उस बम रखने के लिए कोई सही जगह नहीं मिली थी। सात मार्च की सुबह वह भोपाल रेलवे स्टेशन पर उतर गए जहां आतिफ और दानिश ने पैसेंजर ट्रेन में धमाके की योजना बनाई। इसके बाद वो उज्जैन के लिए निकल गए।
पुष्पक एक्सप्रेस में हमले की योजना विफल होने पर वह काफी हताश हो गए थे। इसके बाद वह भोपाल-उज्जैन ट्रेन के स्टेशन छोड़ने से कुछ देर पहले वह उसमें सवार हो गए। वो ट्रेन के आखिरी कोच में सवार हुए। इसके बाद विस्फोटक से भरा बैग वहीं रखकर वह ट्रेन से उतर गए। इस बम धमाके में दस लोग घायल हुए थे।