featuredदेश

केरल में अपना जनाधार बढ़ाएगी भाजपा

साल 2019 में होने जा रहे आम चुनावों को देखते हुए भाजपा ने केरल में इसाई समुदाय को पार्टी की तरफ आकर्षित करने के लिए नई रणनीति बनाई है। जिसमें इसाई समुदाय के उन नेताओं को पार्टी में शामिल करना है जो आमतौर पर इससे दूरी बनाए रखते हैं। वहीं राज्य में भाजपा इकाई लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए चर्च के पादरियों और आम लोगों का विश्वास हासिल करने के लिए अभियान चला रही है। इस दौरान एक भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी ने हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ से अलग हुई केरल कांग्रेस (मणि) को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया है और पार्टी जल्द ही एनडीए में शामिल होने जा रही है। सूत्रों के अनुसार केरल कांग्रेस (मणि) ने बीते दिनों पार्टी मीटिंग में एनडीए में शामिल होने को लेकर बाचतीच की जिसमें सकारात्क परिणाम सामने आए। केरल में केसीएम का इसाई समुदाय के बीच मजबूत जनाधार है। रिपोर्ट के अनुसार केरल में इसाई समुदाय की आबादी करीब 18.38 फीसदी है। बता दें कि सूबे में पार्टी नेताओं को मानना है कि यहां बढ़ते इस्लामिक आतंकवाद की वजह से इसाई समुदाय के लिए खतरा पैदा हुआ है।

केरल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष वी मुरलीधरन ने कहा, ‘पिछले साल जून में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के राज्य दौरे पर इसाई समुदाय से बातचीत के बाद इसका सकारात्मक रुख देखने को मिला है।’ दूसरी तरफ भाजपा नेताओं का मानना है कि राज्य में करीब 26.56 फीसदी आबादी मुसलमानों की है जो आमतौर लेफ्ट पार्टियों का समर्थन करती है। जबकि सूबे में कांग्रेस लगातार अपना जनाधार खोती जा रही है। मुरलीधरन ने आगे कहा कि राज्य में ज्यादातर लोगों का मानना है कि 2024 तक कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है। दूसरी तरफ सिरो मालाबार चर्च के प्रवक्ता फादर जिमी पुच्छकट्टा का मानना है कि राज्य में भाजपा के लिए अपने जनाधार में बढ़ोतरी करना आसान नहीं होगा। क्योंकि कई मामलों में हम भाजपा का विरोध करेंगे। लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई पार्टी का पूरा सम्मान करते हैं। भाजपा को हमारा समर्थन मुद्दा आधारित होगा। वहीं एक ईसाई पादरी ने कहा कि भाजपा भारत को एक हिंदू पाकिस्तान बना रही है।

Leave a Reply

Exit mobile version