अपने सांसद रवींद्र गायकवाड़ पर एयरलाइंस द्वारा लगाए गए बैन को लेकर शिव सेना ने केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया है। सेना ने कहा है कि अगर 10 अप्रैल तक अगर मसले का हल नहीं निकला तो वह एनडीए की बैठक में नहीं जाएगी। इससे पहले शिव सेना सांसदों ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मिलकर उन्हें पूरे मामले की जानकारी दी। सेना ने कहा है कि ‘रेपिस्ट, टेररिस्ट फ्लाइट में सफर कर सकते हैं लेकिन गायकवाड़ नहीं। गृह मंत्री ने कहा हम पूरे मामले को देखेंगे। गुरुवार (6 मार्च) को लोक सभा में नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने जब शिव सेना सांसद रविन्द्र गायकवाड़ पर एयर इंडिया से उड़ने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने से इनकार कर दिया तो गुस्साए शिव सेना सांसदों ने उन्हें लोकसभा में ही घेर लिया। मामले की नजाकत को देखते हुए तब सदन में मौजूद गृह मंत्री राजनाथ सिंह को फौरन आगे आकर मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। हालांकि केंद्रीय मंत्री व शिव सेना सांसद अनंत गीते ने एएनआई से कहा कि सदन के भीतर कोई भी दुर्व्यवहार नहीं हुआ है।
गायकवाड़ ने गुरुवार (6 अप्रैल) को लोक सभा में इस मुद्दे पर अपनी बात रखी। जिसमें उन्होंने कहा, ”एयर इंडिया जो कह रहा है कि सीट के लिए मैंने झगड़ा किया, मैंने मारा, ये गलत बात है।” गायकवाड़ ने कहा, ”घंटे भर बाद एक अधिकारी आया जिसने चिल्लाते हुए मुझसे सवाल किए। मैंने शांति से उससे पूछा कि आप क्या हो, तो उसने कहा कि मैं एयर इंडिया का बाप हूं।”
हालांकि शिव सेना सांसद ने सदन में एयर इंडिया कर्मचारी को सिर्फ ‘धकेलने’ की बात कही। उन्होंने कहा, ”जब मैंने अधिकारी को बताया कि मैं एमपी हूं तो उसने चिल्लाकर कहा कि एमपी हुआ तो क्या हुआ, तू नरेंद्र मोदी है क्या? यह बोलकर उन्होंने मेरी कॉलर पकड़ कर ढकेलने की कोशिश की। इस अपमानजनक व्यवहार से मुझे गुस्सा आया और मैंने उसे ढकेल दिया। देश के सदन के सदस्य के साथ बदसलूकी की, अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया।”
गायकवाड़ ने स्पीकर को उस घटना का एक वीडियो क्लिप भी सौंपा जिसमें उन्होंने दावा किया है कि बार-बार उकसाये जाने के बाद ही उन्होंने एयर इंडिया कर्मचारी के साथ बुरा व्यवहार किया था।