आम आदमी पार्टी (AAP) का विवाद थमने नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली में अभी आप विधायक कपिल मिश्रा और पार्टी के बीच कलह चल ही रही थी कि पंजाब में भी इसकी आग पहुंच गई है। पंजाब में पार्टी के टॉप नेताओं में शुमार रहें पार्टी से बाहर किए गए रणनीतिकार गुरप्रीत सिंह वड़ैच उर्फ गुग्गी ने अब आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। गुग्गी ने दो दिन पहले भगवंत मान को पंजाब में पार्टी संयोजक बनाए जाने पर पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि उनकी जानकारी में भगवंत मान को पार्टी में ऊंचा ओहदा दिया जाना एक स्वांग है। गुग्गी ने पार्टी की चयन प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भगवंत को पार्टी संयोजक बनाने के लिए हालत कितनी सही है? बुधवार को पार्टी से बाहर निकलते हुए सिंह ने कहा कि खुद भगवंत ने कहा था, ‘अगर मैं फिर से पीता हूं तो मुझे पद से हटा दें।’ लेकिन क्या ये सही है?
कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ रही आम आदमी पार्टी (AAP) जिसमें पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा मामला है, सिंह ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव के वक्त राज्य के लिए बहुत सारा समय निकालने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए अब पंजाब के लिए 5 मिनट का भी वक्त नहीं है। दूसरी तरफ गुग्गी पर पटलवार करते हुए भगवंत मान ने कहा कि पार्टी में शामिल होने के दो महीने के अंदर उन्हें पार्टी संयोजक बना दिया गया था। उस वक्त चयन प्रक्रिया सही थी। लेकिन अब वो इस पर सवाल उठा रहे हैं।
बता दें कि आप सांसद भगवंत मान की शराब पीने की आदतों की वजह से ही उनके घर में साथ रहने वाले एक व्यक्ति ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिसका मुद्दा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में उठाया था। पीएम मोदी ने भगवंत मान से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए संसद में कहा कि लंबे समय से आप मजे करने के लिए जिंदा हैं। कर्ज लो और मजे करो। उन्होंने कहा कि उन दिनों पर इसकी बहुत कीमत थी। वो घी के बारे में बात करते थे। लेकिन क्या खुद भगवंत मान अपनी शराब पीने की आदत के बारे में बात करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते फरवरी (2017) में शराब से जुड़ा मुद्दा उठाते हुए ये बात कहीं।