तेलंगाना में एक परिवार ने अपनी बेटी को सिर्फ इसलिए मार दिया क्योंकि वह कथित तौर पर अपने एक टीचर और क्लास के कुछ लड़कों से ज्यादा ‘दोस्ती’ बढ़ा रही थी। इतना ही नहीं माता-पिता ने अपनी बेटी को जलाकर मारने की कोशिश भी की ताकि सब सुसाइड जैसा लगे। लड़की की उम्र कुल 13 साल थी वह नलगौंदा के एक स्कूल में पढ़ती थी। वह सातवीं कक्षा में पढ़ती थी। मिली जानकारी के मुताबिक, उसको 15 सितंबर को मारा गया था। बेटी को मारने में नरसिम्हा और उसकी पत्नी लिंम्हा का नाम आया है। पड़ोसियों ने पुलिस के पास जाकर लड़की की गुम होने की खबर दी थी।
पुलिस के आने पर सारी बात सामने आईं। पुलिस को घर से ही लड़की की आधी जली बॉडी मिली।
लड़की के पिता नरसिम्हा ने शुरुआत में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की थी। उसने कहा कि लड़की ने खुद को आग लगा ली थी लेकिन बाद में खुद ही कबूल लिया कि उसने ही लड़की को गला दबा कर मार दिया था। पुलिस ने बताया कि लड़की के पिता और मां ने लड़की की बॉडी पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाई लेकिन फिर किसी वजह से उसको आधा जला ही छोड़ दिया।
नरसिम्हा ने बताया कि उसने देखा था कि बेटी स्कूल खत्म होने के बाद क्लास के बाहर अपने सर और क्लास के लड़कों से बात कर रही थी। पिता ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी बेटी को पहले चेतावनी दी थी कि वह लड़कों के साथ इतनी दोस्ती ना बढ़ाए। नरसिम्हा के मुताबिक, कुछ गांववालों ने भी उसकी लड़की की शिकायत की थी कि वह लड़कों से ज्यादा ही बात करती है। पुलिस ने नरसिम्हा और उसकी पत्नी दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। लिंम्हा पर नरसिम्हा की मदद और गुनाह को छिपाने का आरोप है।