आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में आइस्क्रीम बेचने वाला एक शख्स अपने बैंक खाते को लेकर आयकर विभाग के निशाना पर आया है। जांच के दौरान आयकर विभाग ने पाया कि नोटबंदी के दौरान शख्स के अकाउंट से 18 करोड़ रुपए का लेन दिया गया था। आरोपी शख्स की पहचान सी किशोर लाल (30) के रूप में की गई है जोकि विजयवाड़ा में आइस्क्रीम का ठेला लगाता है। किशोर शहर में गली-गली जाकर आइस्क्रीम बेचते हैं।खबर के अनुसार पिछले साल आठ नवंबर को किशोर के बैंक अकाउंट में मुंबई से 18 करोड़ रुपए जमा किए गए थे। बाद में ये रकम 16 नवंबर तक विजयवाड़ा के बाहर अलग-अलग खातों में जमा की गई थी। रिपोर्ट के अनुसार सी किशोर लाल ने ह्मण स्ट्रीट में श्री रेणुकामाता मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव अर्बन क्रेडिट सोसायटी में अकाउंट खोला था।
अहमदाबाद के इस बैंक ने हाल फिलहाल में ही विजयवाड़ा में अपनी शाखा खोली थी। सूत्रों के अनुसार किसी संदिग्ध शख्स ने किशोर के अकाउंट में मुंबई से 18 करोड़ रुपए जमा कराए थे। दूसरी तरफ किशोर का कहना है कि उसे पता ही नहीं है कि अकाउंट से करोड़ों रुपए का लेनदेन किया गया है। दूसरी तरफ आयकर विभाग ने बैंक को सीसीटीवी फुटेज देने के लिए कहा, जिसे बैंक को दस दिन के अंदर मुहैया कराना होगा। वहीं आयकर विभाग के एक सूत्र ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें इसमें बैंक के कर्मचारियों के शामिल होना का भी शक है। वहीं किशोर का कहना है कि जब उसने बैंक में खाता खोला था तब बैंक मैनेजर ने लोन देने के नाम पर चैक पर उससे साइन कराए थे। आयकर विभाग को शक है कि ही किशोर के साइन किए गए इन्हीं चैक की मदद से बैंक से पैसे निकाले गए।
बता दें कि इससे पहले आंध्र प्रदेश के ही अनंतपुर जिले में ताडीपत्री से जनवरी में ऐसा ही मामला सामने आया था। जहां एक शख्स को एसएमएस के जरिए पता चला कि उसके बैंक अकाउंट में 1.84 करोड़ जमा किए गए हैं। ये पैसे के श्रीनिवासुलु नायडू के सेविंग अकाउंट में जमा किए गए थे।