दिल्ली: संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों को सेंसर बोर्ड ने नए साल से ठीक पहले खुशखबरी दी है. सेंसर बोर्ड ने दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर की इस फिल्म को ‘यूए’ सर्टिफिकेट के साथ रिलीज करने की अनुमति दे दी है. यह फैसला सामने आते ही लोगों को रिएक्शन सोशल मीडिया पर आने लगे. कुछ लोगों ने बोर्ड के इस कदम को सराहा तो कुछ ने अपनी नाराजगी जताई.
हैदराबाद से एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी सेंसर बोर्ड के फैसले पर आपत्ति जताई. ओवैसी ने अपनी बात ट्विटर पर शेयर की. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “2 घंटे की एक फिल्म के लिए संगठनों के साथ बातचीत की जाती है लेकिन जब मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण और न्याय की बात आती है तो कोई बातचीत नहीं होती है, बल्कि क्रूर बहुमत से तैयार, दोषपूर्ण और वह बिल जो मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है तैयार कर दिया जाता है.
आपको याद दिला दें कि तीन तलाक को खत्म करने वाले बिल ‘मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक, 2017’ के लोकसभा में बिना किसी संशोधन के पास होने पर अलग-अलग राजनीतिक दल के लोगों ने अपनी राय रखी थी. उस वक्त एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा था, “तीन तलाक बिल से मुस्लिम महिलाओं को न्याय नहीं मिलेगा. हम और न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे.”