featuredदेश

कोई मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाने की जरूरत नहीं: जस्टिस कर्णन

कलकत्ता हाईकोर्ट के न्यायाधीश सी एस कर्णन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए और प्रशासनिक एवं न्यायिक कार्यों को बहाल किए जाने की अपील की। कोर्ट ने न्यायमूर्ति कर्णन के प्रशासनिक और न्यायिक कार्य बहाल करने से इंकार किया और उन्हें अवमानना नोटिस का जवाब देने के लिए उन्हें चार सप्ताह का वक्त दिया।

प्रधान न्यायाधीन जे एस खेहर के नेतृत्व में सात न्यायाधीशों वाली पीठ ने सुझाव दिया कि न्यायमूर्ति कर्णन अगर मानते हैं कि वह जवाब देने के लिए मानसिक तौर पर चुस्त दुरस्त नहीं हैं तो वह मेडिकल रिकॉर्ड पेश कर सकते हैं। न्यायमूर्ति कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि मुझे कोई चिकित्सीय प्रमाणपत्र दिखाने की जरूरत नहीं है।

न्यायमूर्ति कर्णन ने अपनी न्यायिक शक्तियों की बहाली न किए जाने का विरोध किया और कहा कि वह अगली सुनवाई के दिन सुप्रीम कोर्ट में पेश नहीं होंगे। कर्णन ने सुप्रीम कोर्ट से कहा कि मैं संवैधानिक पद भी संभाल रहा हूं। मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई गई है और मेरा पक्ष सुने बिना ही मेरा काम मुझसे ले लिया गया।

Leave a Reply

Exit mobile version