बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जो माहौल है उसका निदान गांधी जी के विचार ही हैं, ऐसे में हमारा मुख्य उद्देश्य उनके विचारों को घर-घर और जन-जन तक पहुंचाना है।
पूर्वी चंपारण जिला के मुख्यालय मोतिहारी स्थित मुंशी सिंह महाविद्यालय में सर्व सेवा संघ द्वारा आयोजित चंपारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह का उदघाटन करते हुए नीतीश ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह का 100वां साल है। 10 अप्रैल 1917 को गांधी जी बिहार आए थे। 15 अप्रैल 1917 को गांधी जी चंपारण की धरती पर आए थे। उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर पूरे साल इस समारोह को मनाया जाएगा।
10 अप्रैल 2017 से इसकी शुरूआत होगी और 21 अप्रैल 2018 तक यह शताब्दी समारोह मनाया जाएगा। आगामी 10 अप्रैल को पटना में गांधी विचारधारा पर राष्ट्रीय विमर्श का आयोजन किया जाएगा। इसमें भाग लेने वाले विद्वान आपस में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। नीतीश ने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में क्या किया जाना चाहिए और पूरे देश के परिपेक्ष्य में किया किया जाए इसपर विचार हो ताकि देश आगे बढे, मानवता की सेवा हो।
उन्होंने कहा कि आज की परिस्थिति में क्या करना चाहिए, इस पर विचार होना चाहिए। चारों तरफ आज जो माहौल है, उसके परिपेक्ष्य में चर्चा करना चाहिए। आज जो माहौल है, उसका समाधान गांधी जी के विचार ही हैं। नीतीश ने कहा कि गांधी जी के चंपारण सत्याग्रह से नीलहों पर अत्याचार एवं किसानों का दुख दूर हुआ। इस क्षेत्र में शिक्षा का प्रसार हुआ। नशाबंदी का भी अभियान चलाया गया।
उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह का काफी महत्व है, इससे आजादी की लडाई को गति मिली थी। इस सत्याग्रह के तीस साल में भारत को आजादी मिल गयी।