एसबीआइ की चेयरपरसन अरुंधती भट्टाचार्य ने महिला उद्यमियों के राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद संवाददाताओं को बताया कि हमें वित्तीय समावेशन के लिए खोले गये 11 करोड़ जनधन खातों का भार उठाना है.
इन खातों का रखरखाव करने के लिए आ रहे वित्तीय भार को संतुलित करने के लिए हमें चार्ज लगाने की आवश्यकता है.बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस बढ़ाने और इससे कम बैलेंस होने पर चार्ज लगाने के फैसले की चारों ओर कड़ी आलोचना होने पर भारतीय स्टेट बैंक ने बचाव किया है.
उसने तर्क दिया है कि उसे बड़ी संख्या में जनधन खातों का रखरखाव करना है. इसके वित्तीय भार की भरपाई करने के लिए चार्ज लगाया गया है.
बैंक ने यह भी कहा है कि चार्ज पर पुनर्विचार करने के बारे में उसे सरकार की ओर से कोई औपचारिक पत्र नहीं मिला है. अगर उसे कोई पत्र मिलता है तो वह आवश्यक कदम उठायेगा.