जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। यहां सुरक्षा ने बलों ने बीते शुक्रवार (16 जून, 2017) को पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर जूनैद अहमद मट्टू को मुठभेड़ में मार गिराया है। मुठभेड़ स्थल से मट्टू का शव बरामद करने के बाद पुलिस ने आज (17 जून, 2017) ये जानकारी दी है। मट्टू उन 12 खूंखार आतंकियों में शामिल है, जिसकी लिस्ट सुरक्षाबलों ने पिछले महीने जारी की थी। जुनैद मट्टू के ऊपर 10 लाख रुपए का इनाम था जोकि कुलगाम के खुदवानी का ही रहने वाला है। सूत्रों के अनुसार मट्टू कश्मीर में भारतीय सेना पर किए गए कई हमलों में शामिल था। वहीं स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) और सीआरपीएफ द्वारा चलाए गए संयुक्त ऑपरेशन में दो अन्य आतंकियों को भी मार गिराया है। ये तीनों आतंकी अनंतनाग स्थित अरवानी गांव के एक घर में छिपे थे।
यहां आतंकियों के शवों के साथ एक एकके-47 और छह मैजजीन सहित तीन अन्य हथियारों को भी बरामद किया गया है। हालांकि आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई इस मुठभेड़ में एक बच्चे सहित दो आम लोगों के भी मारे जाने की खबर है। सुरक्षाबलों के अनुसार कुछ लोग कार्रवाई में लगे जवानों पर बहुत करीब से पत्थरबाजी कर रहे थे जिसकी वजह से इन लोगों को गोली लगने से मौत हो गई। घटना के बाद सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच श्रीनगर, त्राल, पंपोर, पुलवामा, दक्षिणी अनंतनाग और घाटी सहित दर्जनों जगहें झड़पें हुईं।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते शुक्रवार को लश्कर आतंकी मट्टू के मारे जान के बाद राज्य के दूसरे में हिस्से में स्टेशन हाउस ऑफिसर सहित छह पुलिसकर्मियों को हत्या कर दी थी। सूत्रों के अनुसार पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद आतंकियों ने उनके शवों के साथ बर्बरता भी की। आतंकियों ने ये बड़ा हमला दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के अच्छाबल में किया। इस दौरान पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी से वापस शाम सात बजे सुमो में लौट रहे थे तब घात लगाकर बैठे आतंकियों ने पुलिस पेट्रोल टीम पर हमला बोला और अंधाधुंध फायरिंग कर 6 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर ने ली थी।