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बीकानेर गैंग रेप पर राजस्थान के गृह मंत्री ने पूछा-शिकायत में देरी क्यों?

राजस्थान के बीकानेर में एक 13 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप की खबर ने बहुतों के दिल दहलाए. मामला इसलिए ज्यादा संगीन है क्योंकि आरोप बच्ची के ही 8 टीचरों पर है. लेकिन राज्य के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने आरोपों पर ही सवाल खड़े किये हैं.

कटारिया के सवाल
राज्य में बीजेपी के सीनियर नेता कटारिया ने पूछा कि लड़की ने घटना के फौरन बाद शिकायत क्यों नहीं दर्ज करवाई. उन्होंने कहा- ’20 तारीख को पीड़ित लड़की के पिता के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज हुई थी. इसके 3 बाद बाद उन्होंने शिकायत करने वाले संगठन से जुड़े टीचरों पर आरोप लगा दिया. मामला दो साल 2015 का है. ये समझना मुश्किल है कि अगर 8 लोगों ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया तो पीड़िता ने उसी दिन शिकायत क्यों नहीं की? मैं इतने लंबे अनुभव से कह सकता हूं कि अगर एक शख्स भी किसी लड़की का रेप करे तो उस लड़की को पता चल जाएगा.’

पेचीदा हुआ केस
हालांकि कटारिया ने साथ ही भरोसा दिलाया कि जांच के लिए मेडिकल बोर्ड बना दिया गया है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. प्रदेश के बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी ने भी कटारिया के सुर में सुर मिलाए. उन्होंने माना कि आरोप गंभीर हैं और पीड़िता के साथ इंसाफ होना चाहिए लेकिन साथ ही ये भी कहा कि पीड़िता के पिता की ओर से देरी से मामला दर्ज करवाने की वजह से केस जटिल हो गया है.

अस्पताल से छूटी पीड़िता
इस बीच 13 साल की पीड़ित लड़की को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. वो ब्लड कैंसर का इलाज करवा रही है. इससे पहले पीड़िता का मेडिकल टेस्ट किया गया था. टेस्ट की रिपोर्ट सोमवार की सुबह तक आने की उम्मीद है.

क्या था मामला?
बीकानेर के नोखा की रहने वाली इस लड़की के पिता का आरोप है कि बच्ची के साथ साल 2015 में उसी के 8 टीचरों ने बलात्कार किया. उनकी मानें तो आरोपियों ने रेप का वीडियो बनाकर उसे मुंह बंद रखने के लिए धमकाया. पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है. सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं. इससे पहले आरोपी टीचरों में से एक ने लड़की के पिता के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज करवाया था.

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