राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारों के नामों पर अटकलें लगने के बीच शिवसेना ने भी इस पद के लिए अपनी पसंद जाहिर की है. शिवसेना ने देश के इस शीर्ष संवैधानिक पद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का नाम आगे किया है. शिवसेना ने कहा है कि भारत को यदि हिंदू राष्ट्र बनाना है तो वह राष्ट्रपति पद के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ने गुड़ी पड़वा के मौके पर शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे समेत एनडीए की सहयोगी पार्टियों के नेताओं को डिनर पर बुलाया है. माना जा रहा है कि इस दौरान राष्ट्रपति चुनाव को लेकर रणनीति तैयार की जा सकती है.
शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत राष्ट्रपति पद के लिए अच्छी पसंद होंगे। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘यह देश में शीर्षतम पद है। बेदाग छवि वाले किसी व्यक्ति को इस पर आसीन होना चाहिए। हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए भागवत के नाम पर विचार चल रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘यदि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत राष्ट्रपति के पद के लिए अच्छी पसंद होंगे। लेकिन (उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करने का) फैसला उद्धवजी द्वारा किया जाएगा।’ जब उनसे पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति चुनाव के वास्ते रणनीति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिये जाने वाले भोज में उद्धव ठाकरे पहुंचेंगे तो उन्होंने यह कहते हुए यह सवाल टाल दिया कि मातोश्री में लजीज खाना पकता है।
राष्ट्रपति पद के लिए चार नाम हैं चर्चा में
शिवसेना नेता ने कहा, ‘पिछले दो राष्ट्रपति चुनाव में बालासाहब धारा के विपरीत गए और उन्होंने वह किया जो राष्ट्रहित में था। उस समय भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार चुनाव चर्चा के लिए मातोश्री पहुंचे थे।’ राउत ने कहा, ‘जो लोग वोट चाहते हैं वे मातोश्री आ सकते हैं। हम चर्चा के लिए तैयार हैं। मातोश्री में लजीज खाना भी पकता है।’
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, एक सीनियर बीजेपी नेता दावा कर चुके हैं कि लालकृष्ण आडवाणी, सुमित्रा महाजन, सुषमा स्वराज और झारखंड के गवर्नर द्रौपदी मुरमु में से किसी एक नाम पर प्रेसिडेंट पोस्ट के लिए आम राय बन सकती है.