आपने ट्रेन का टिकट खरीद लिया लेकिन वह आरएसी है। मतलब आपको ट्रेन में सीट तो मिलेगी, लेकिन सोने के लिए नहीं, सिर्फ बैठने के लिए। आपसे पैसे तो रेलवे ने पूरी सीट के साथ बेडरोल के भी ले लिए, लेकिन सीट तो पूरी मिली नहीं, साथ ही बेडरोल भी नहीं मिला। अब रेलवे ने साफ कर दिया है कि ट्रेन में यात्रा के दौरान आरएसी टिकट पर ट्रेवल करने वाले यात्रियों को बेडरोल दिया जाएगा। यह सुविधा केवल एसी कोच के लिए है। हालांकि यह सुविधा तो रेलवे में साल 2009 से चल रही है लेकिन इसका ठीक से पालन नहीं हो रहा है। रेलवे बोर्ड ने एक बार फिर सभी जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को निर्देश जारी कर कहा है कि वह एसी कोच में आरएसी टिकट पर सफर करने वाले सभी यात्रियों को चादर और कंबल दिलवाना सुनिश्चित कराएं।
रेलवे बोर्ड ने यह नियम इस बात को ध्यान में रखकर बनाया था कि RAC टिकट पर ट्रेवल करने वाला पेसेंजर पूरा किराया देता है। इसमें बेडरोल का किराया भी शामिल होता है। इसलिए उन्हें भी बेडरोल मिलना चाहिए। रेलवे बोर्ड ने कहा है कि अगर अटेंडेंट बेडरोल नहीं देता है तो टीटीई बेडरोल उपलब्ध कराएगा। रेलवे ने कुछ समय पहले ही स्लीपर क्लास के कोच में आरएसी बर्थ की संख्या 10 से 14, थर्ड एसी में 4 से 8 और सेकेंड एसी में 4 से 6 कर दी थी।
आपको बता दें कि अपने मोबाइल से एसएमएस करके भी रेल टिकट रद करा सकते हैं। इतना ही नहीं अब पैसेंजर अपनी टिकट आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर भी रद कर रिजर्वेशन काउंटर से अपना रिफंड ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें एसएमएस के द्वारा टिकट रद करने के लिए अपना मोबाइल नंबर टिकट बनवाते समय दर्ज करना होगा। एसएमएस के द्वारा टिकट रद होते ही आपके मोबाइल पर एसएमएस के जरिए रिफंड और उसमें मिली राशि की जानकारी मिल जाएगी।