ओडिशा के भुवनेश्रर रेलवे स्टेशन पर गौतस्करी के आरोप में कुछ लोगों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। 20 से ज्यादा गौरक्षकों के एक ग्रुप ने कोचुवेली-गुवाहटी एक्सप्रेस के पार्सल वैन में कथित तौर पर गौरतस्करी को लेकर छापा मारा। गौरक्षकों पर आरोप है कि उन्होंने छापा मारने के बाद ट्रेन के लोको पायलट और उसके सहयोगी समेत दो अन्य लोग, जो कि कानूनी तरीके से 20 गायों को लेकर जा रहे थे, उनपर हमला किया। जानकारी के मुताबिक गायों को नोएडा के एक एग्रो कंपनी से लेकर आया जा रहा था। इसे तमिलनाडू से मेघालय के अमपाती ले जाना था। गायों को ले जाने के लिए राज्य सरकार की ओर से इन्हें आदेश भी मिले थे।
रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार रात को ट्रेन जैसे ही भुवनेश्रवर रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो गौ रक्षा दल के सदस्य होने का दावा करने वाले 25 लोग ट्रेन में चढ़ गए और गौतस्करी का आरोप लगाते हुए हमला किया। बिना कुछ पूछे ही उन लोगों ने मारना-पीटना शुरू कर दिया। गौरक्षकों पर वेटनरी डॉक्टर, स्टेशन मैनेजर, ट्रेन ड्राइवर और डेयरी फर्म के दो कर्मचारियों के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक गौरक्षकों ने ट्रेन से सभी गायों को नीचे उतरवाया। गायों के ट्रेन से उतारने को लेकर एक यात्री और दो रेलवे स्टाफ ने हस्तक्षेप किया।
रेलवे के एसपी संजय कौशल ने कहा कि गौरक्षक दल के सदस्यों वेटनरी डॉक्टर, स्टेशन मैनेजर और डेयरी स्टाफ के साथ मारपीट की। पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले सभी आरोपी फरार हो गए। गुरुवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगे भड़काने, ट्रेन रोकने के आरोप में केस दर्ज कराया गया है। रेलवे पुलिस स्टेशन के इंचार्ज सौभाग्य स्वाइन ने कहा कि डेयरी फर्म के कर्मचारियों के साथ मारपीट करने वाले अपराधी हैं। हम ऐसे किसी को भी नहीं छोड़ेंगे जो कानून को अपने हाथ में लेते हैं।
बता दें कि गौरक्षकों द्वारा कथित रूप से गौतस्करी को लेकर लोगों पर हमला करने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। हाल ही में राजस्थान के अलवर में एक मुस्लिम शख्स से कथित गौरक्षकों ने मारपीट की थी। पहलू खान नाम के शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई थी। वही उसके अन्य साथी घायल हो गए थे।