भारत में महिलाओं के कपड़ों को लेकर कई विवादित टिप्पणियां सामने आ चुकी हैं। कई बार महिलाओं को क्या पहनना चाहिए और क्या नहीं इस पर फतवा और फरमान भी जारी हो चुके हैं। भारत में कई लोग रेप के लिए लड़कियों के टाइट कपड़ों को दोषी ठहरा चुके हैं। तो कुछ महिलाओं के फोन इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की बात करते हैं। ऐसा ही कुछ फिर से केरल में देखने को मिल रहा है। यहां लड़कियों की स्कूल ड्रेस को लेकर फिर से सवाल उठाए जा रहे हैं। केरल के एक स्कूल ने लड़कियों की ड्रेस में बदलाव किया। इस बदलाव का सोशल मीडिया पर विरोध किया जा रहा है और इसे भड़काऊ और अभद्र कहा जा रहा है। हाल ही में Zacharia Ponkunnam नाम के एक फेसबुक यूजर ने इस ड्रेस की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसमें तीन गर्ल्स को स्कूल ड्रेस में दिखाया गया था। यह तस्वीर गलत कारणों के सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
इस पोस्ट को 5000 से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं। लोगों ने स्कूल गर्ल के इस तरह डिजाइन किए ड्रेस को मूर्खतापूर्ण फैसला बताया है। नौशाद थेक्कैइल नाम के शख्स ने अनुचित ड्रेस पर स्कूल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि स्कूल प्रशासन को इस ड्रेस में कुछ भी गलत नहीं लगता है, इसलिए उसने इस स्कूल ड्रेस को अभी भी जारी रखा है।
साल 2015 में मुंबई हाई कोर्ट में अर्जी दी गई थी और कहा गया था कि जींस, टाइट कपड़ों की वजह से होते महिलाओं के रेप होते हैं। रेप की खबरों को ध्यान में रखते हुए एक याचिकाकर्ता ने मुंबई हाईकोर्ट में एक अजीब तरह की दलील दी थी। दरअसल, याचिकाकर्ता का मानना है कि आज के दौर में ज्यादातर रेप कपड़ों की वजह से बढ़ रहे हैं इसलिए उसने कोर्ट में एक याचिका दायर की। याचिकाकर्ता ने कहा था कि आजकल महिलाएं जींस, छोटे कुर्ते, शॉर्ट्स, टॉप और अन्य चुस्त कपड़े पहनती हैं। उनके अनुसार इसी के कारण रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं।