पाकिस्तान की शह पर कश्मीर घाटी में अलगाववाद को हवा देने वाले तथाकथित आंदोलनकारियों पर आजतक के स्टिंग ‘ऑपरेशन हुर्रियत’ का बड़ा असर हुआ है. केंद्र सरकार ने कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया है, तो राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम श्रीनगर पहुंच चुकी है. कई अलगाववादी नेताओं को समन किया गया है. इस स्टिंग ऑपरेशन ने अलगाववादी नेताओं की पोल खोल कर रख दी. कार्रवाई से हुर्रियत नेता बुरी तरह बौखलाए हुए हैं. जानते हैं आजतक के स्टिंग ऑपरेशन में क्या खुलासे हुए थे-
1. आजतक/इंडिया टुडे की विशेष जांच टीम (SIT) ने अपनी तहकीकात में पत्थरबाजों के धूर्त फाइनैंसर्स को बेनकाब किया था. ये हमेशा माना जाता रहा है कि कश्मीर घाटी में गर्मियों में फैलाई जाने वाली गड़बड़ी के तार सरहद पार बैठे स्पॉन्सर्स से जुड़े होते हैं. लेकिन पहली बार इंडिया टुडे को इस संबंध में पुख्ता सबूत जुटाने में कामयाबी मिली.
2. कैमरे पर हुर्रियत के कई नेताओं ने कबूल किया कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है ताकि घाटी में अशांति का माहौल बनाए रखा जा सके.
3. हुर्रियत के गिलानी धड़े के प्रांतीय अध्यक्ष नईम खान से हमारे अंडरकवर रिपोर्टर्स ने संपर्क साधा और खुद को काल्पनिक धनकुबेर बताते हुए कश्मीर के अलगाववादियों को फंडिंग की इच्छा जताई. नईम फिर चोरी छिपे ढंग से अंडरकवर रिपोर्टर्स से मिलने दिल्ली तक पहुंच गया.
4. नईम ने जो खुलासे किए वो चौंकाने वाले थे. नईम खान कैमरे पर ये कहते हुए कैद हुआ कि ‘पाकिस्तान पिछले 6 साल से कश्मीर में बड़ा प्रदर्शन खड़ा करने के लिए हाथ-पैर मार रहा है.’
5. घाटी में हिंसा को बढ़ावा देने के लिए किस स्तर पर पैसा धकेला जा रहा है, इस पर नईम खान ने कहा, ‘पाकिस्तान से आने वाला पैसा सैकड़ों करोड़ से ज्यादा है, लेकिन हम और ज्यादा की उम्मीद करते हैं.’
6. हुर्रियत नेता ने ये भी कबूला कि किस तरह इस्लामाबाद काले धन की धुलाई को भी अंजाम दे रहा है. इस तरह कैमरे पर किसी भी कश्मीरी अलगाववादी नेता ने पहली बार ये खुलासा किया.
7. स्टिंग में हुर्रियत नेताओं के कबूलनामे से साफ हुआ कि घाटी में दिखाए जाने वाले गुस्से की स्क्रिप्ट किस तरह पाकिस्तान लिखता है. साथ ही घाटी के असली खलनायकों का काले चिट्ठे का भी खुलासा होता है.