भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को बीसीसीआई की तरफ से बड़ी राहत मिली है। दरअसल, बीसीसीआई ने हसीन जहां की बातों को मानने से इनकार करते हुए शमी के खिलाफ दोबारा जांच करने से मना कर दिया है। शमी और उनकी पत्नी हसीन जहां के बीच शुरू हुआ विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हसीन जहां लगातार सोशल मीडिया के जरिए शमी पर नए-नए आरोप लगाती जा रही हैं। हसीन जहां के मुताबिक बोर्ड शमी का साथ देकर उन्हें बचाने की कोशिश कर रही है।
हसीन चाहती थी कि उनके आरोपों की बीसीसीआई एक बार फिर से जांच करें, लेकिन बीसीसीआई ने उनकी बात को मानने से साफ मना कर दिया। हसीन ने कहा कि बीसीसीआई ने शमी को जो क्लीन चिट दिया है उससे वो संतुष्ट नहीं हैं। बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”हसीन जहां चाहती थी कि हम इस मामले की दोबारा जांच करें, उन्होंने मुझसे मुलाकात की और इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की”। सीके खन्ना के मुताबिक यह शमी और उनके परिवार का पर्सनल मैटर है, जिसमें बीसीसीआई कुछ नहीं कर सकती।
हसीन जहां द्वारा लगाए गए मैच फिक्सिंग के आरोपों पर बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक सेल ने जांच कर अपनी रिपोर्ट दे दी थी। शमी को क्लीन चिट देने हसीन खुश नहीं हैं, लेकिन बीसीआई इससे ज्यादा इस मामले में उनकी और मदद नहीं कर सकता। शमी को क्लीन चिट मिलने के बाद ही बीसीसीआई ने शमी के कॉन्ट्रेक्ट को फिर से बहाल कर दिया और इसके साथ ही वह इस साल आईपीएल में भी खेलते नजर आएंगे। हसीन ने दिल्ली डेयरडेविल्स के मालिक हेमंत दुआ से भी मुलाकात कर शमी को आईपीएल में ना खिलाने की मांग की।
हसीन जहां ने हेमंत से कहा कि जब तक हमारा पारिवारिक विवाद समाप्त नहीं हो जाता आप शमी को अपनी टीम की तरफ से खेलने की अनुमति नहीं दें। बता दें कि शमी पर हसीन लगातार घरेलू हिंसा और दूसरी महिलाओं के साथ अवैध संबंध का आरोप लगा रही है।