Did my son cross the Indo-Pak border? : Mohammed Azam's mother
#Lynching #SupremeCourt
कर्नाटक के बीदर ज़िले के मुरकी में बच्चा चोरी की अफ़वाह के चलते भीड़ द्वारा कथित तौर पर एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पीट-पीटकर हत्या के मामले में परिवार ने गंभीर सवाल उठाए हैं और कहा है कि सरकार को तुरंत सोशल मीडिया पर झूठी खबरों को फैलने से रोकने के लिए कदम उठाने चाहिये. घटना में मृत मोहम्मद आजम के पिता मोहम्मद ओस्मान ने कहा कि मेरे 32 साल के बेटे को वाट्सएप पर अफवाह के चलते मार डाला गया. झूठी अफवाहों की वजह से अबतक देश के विभिन्न राज्यों में 20 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. उन्होंने कहा कि, ‘उन लोगों ने गांव वालों को अपना पहचान पत्र भी दिखाया था, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी’. मोहम्मद ओस्मान ने कहा कि, ‘मेरा बेटा एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और भीड़ ने एक अफवाह पर विश्वास कर उसको मार डाला. मैं सरकार से अपील करता हूं कि घटना में शामिल लोगों को सख्त से सख्त सजा दे’.
दूसरी तरफ, मोहम्मद आजम की मां ने गुस्से में कहा कि पुलिस उनके बेटे की सुरक्षा करने में नाकामयाब रही. वह कहती हैं कि, ‘क्या मेरे बेटे ने भारत-पाकिस्तान का बॉर्डर पार कर लिया था? पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल भी नहीं किया और कोई चेतावनी भी नहीं दी’. गौरतलब है हैदराबाद के रहने वाले मोहम्मद आजम, बशीर, सलमान और अकरम अपने दोस्त से मिलने के लिए मुरकी आए थे. लौटते हुए इनमें से एक शख़्स वहां बच्चों को चॉकलेट बांटने लगा. तभी वाट्सएप पर ये अफ़वाह फैल गई. इसके बाद काफी संख्या में गांव वाले इकट्ठा हो गए और उन्होंने चारों लोगों पर हमला कर दिया.
ख़तरे की आशंका को देखते हुए चारो लोग कार से भागने लगे. बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने बाइक से उनका पीछा भी किया. भागने के दौरान युवकों के कार की टक्कर सामने से आ रही बाइक से गई और वे गड्ढे में गिर पड़े. इसी दौरान ग्रामीणों ने उन्हें फिर घेर लिया और कार से खींचकर बुरी तरह पिटाई की. चश्मदीदों के मुताबिक वहां सैकड़ों लोग इकट्ठा थे, लेकिन कोई भी युवकों को बचाने के लिए नहीं आया. जब तक पुलिस पहुंचती तब तक चारों शख्स में से एक मोहम्मद आजम की मौत हो चुकी थी.