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क्या आप रेलवे ट्रैक के किनारे लिखे चिन्हों का अर्थ जानते है ?

Do you mean the signs written on the side of the railway track?

 

हम अक्सर ही सफ़र के दौरान रेलवे ट्रैक के किनारे जगह जगह पर विभिन्न प्रकार के सिग्नल बोर्ड पर लिखे चिन्हों को देखते है और मन में सोचते रहते है कि इसका क्या मतलब होगा। ये यहाँ किसलिए लगाया गया है। लेकिन हम नहीं जान पाते है कि इन सब शब्दों का क्या अर्थ है। तो चलिए आज हम बताते है कि रेलवे ट्रैक के किनारे लिखे सिगनल के मतलब क्या है।

1. W’ या ‘W/L’ का अर्थ- 
W या W/L एक सिटी संकेतक शब्द है। आपने रेलवे ट्रैक के किनारे लगे पीले बोर्ड पर लिखे ‘W’ या ‘W/L’ शब्द को जरुर देखा होगा। W का मतलब होता है – Whistle यानि सिटी जबकि ‘W/L’ का मतलब होता है Whistle for level crossing यानि ‘W/L’ लेवल क्रॉसिंग के लिए सीटी सूचक शब्द है। सामान्यतः इस तरह का बोर्ड मानवरहित क्रॉसिंग से लगभग 250 मीटर की दूरी पर लगा हुआ देखा जा सकता है।

2. सी/फा का अर्थ-
सी/फा भी एक सिटी संकेतक शब्द ही है यह ‘W/L’ का हिंदी रूपांतरण है सी/फा का मतलब है- सिटी बजाओ, आगे फाटक है ।

3. W/B का अर्थ-
W/B का मतलब whistle for bridge यानि आगे पुल है, सिटी बजाओ ।

4. ‘T/P या ‘T/G’ का अर्थ-
‘ T’ एक सामान्य समाप्ति सूचक शब्द है। T/P का अर्थ-Termination of speeds restriction for passanger होता है। जबकि T/G’ का अर्थ-Termination of speeds restriction for passanger होता है। ये शब्द ट्रेन की Speed Limitation के लिए दिया जाता है ।

5. सावधानी संकेतक बोर्ड (Caution indicator board)-
तीर के आकार का यह बोर्ड बाएं या दाएं ओर इंगित करता है। ये बोर्ड ट्रैक पर चल रहे अस्थायी या स्थायी इंजीनियरिंग कार्यों के कारण विशेष प्रतिबंध और सावधानी बरतने का संकेत देते है। तीर की दिशा बताती है कि विशेष प्रतिबंध किस ट्रैक पर लागू किया गया है। ये बोर्ड आमतौर पर काले एवं पीले निशान वाले होते हैं। जिस डंडे पर इस तीर को लगाया जाता है, वह काले और सफेद रंग का होता है।
पुराने जमाने में दो लैंप इस पीले रंग की पट्टी को रौशन करते थे, जो सावधानी के संकेत को बताते थे लेकिन अब इन बोर्ड को ऐसे पेंट से रंगा जाता है कि वह रात में रोशनी पड़ने पर स्वतः ही चमकते रहते हैं। सावधानी संकेतक बोर्ड को आमतौर पर गति संकेतक बोर्ड से 700 मीटर पहले या वास्तविक कार्यस्थल से 800 मीटर पहले लगाया जाता है। यह बोर्ड केवल ट्रेन के ड्राईवर के लिए बनाए गए हैं। ट्रेन का ड्राईवर इसे देखते ही समझ जाता है कि आगे गति संकेतक बोर्ड लगा हुआ है और उसे ट्रेन को धीमा करना है।

6.  सिग्नल साइटिंग बोर्ड (Signal Sighting Board)-
सिग्नल साइटिंग बोर्ड एक लंबा एवं काले रंग का चौकोर बोर्ड होता है जिसके ऊपरी तथा निचले हिस्से में पीले रंग की दो क्षैतिज पट्टी बनी होती है और बोर्ड के ठीक बीच वाले हिस्से में पीले रंग का एक गोला बना होता है। इस बोर्ड का अर्थ यह है कि आगे सिग्नल आने वाला है, जिसे देखकर ट्रेन का ड्राईवर आने वाले सिग्नल को देखने के लिए तैयार हो जाता है और उस सिग्नल को देखकर ही ट्रेन को धीमा करता है या रोकता है। ज्यादा मोड़ वाले या संकरे पहाड़ी एवं पठारी रास्तों में दो सिग्नल साइटिंग बोर्ड का प्रयोग किया जाता है। उन रास्तों पर सिग्नल से 1400 मीटर की दूरी पर मालगाड़ी के लिए और 1000 मीटर की दूरी पर यात्री गाड़ियों के लिए सिग्नल साइटिंग बोर्ड लगाए जाते है, जबकि सामान्य रास्तों पर एक ही सिग्नल साइटिंग बोर्ड लगाया जाता है।

7. ट्रेन के अंतिम डिब्बे पर X का निशान-
ट्रेन के अंतिम डिब्बे पर पीले रंग का X का चिह्न बना होता है. यह चिह्न इसलिए बनाया जाता है ताकि रेलगाड़ी पर नजर रखने वाले कर्मचारी को पता चल सके कि पूरी गाड़ी जा चुकी है। इसके अलावा वर्तमान समय में रेलगाड़ी के अंतिम डिब्बे पर बिजली का एक लैंप भी लगाया जाता है जो चमकता रहता है। पहले यह लैंप तेल से जलता था लेकिन अब यह बिजली से जलता है।

8.  ट्रेन के अंतिम डिब्बे पर LV का बोर्ड-
ट्रेन के अंतिम डिब्बे पर अंग्रेजी में काले तथा सफेद रंग या लाल तथा सफेद रंग का LV लिखा एक छोटा सा बोर्ड लगा रहता है। इस LV का अर्थ है- Last Vehicle अर्थात अंतिम डिब्बा। यदि किसी स्टेशन या सिग्नल केबिन से कोई गाड़ी ऐसी गुजरे जिस पर LV का बोर्ड नहीं होता है तो ऐसा माना जाता है कि पूरी गाड़ी नहीं आई है। ऐसी परिस्थिति में तुरंत आपातकालीन कारवाई शुरू की जाती है।

9.  सिग्नल साइटिंग बोर्ड-
यह सिग्नल व्यूइंग बोर्ड एक आयताकार प्रतिबिंबित बोर्ड है जिसमें एक सर्कल और दो क्षैतिज रेखाएं हैं, जो काले रंग में पीले रंग की हैं।
चालक के लिए इस सिग्नल का अर्थ यह है कि, यह संकेत आगे संकेत के चालक को चेतावनी देता है और ड्राइवर को इस सिग्नल का ध्यान देना होगा। अगला सिग्नल उसे निर्देश देगा कि क्या उसे ट्रेन को धीमा या बंद करना है या नहीं। निचले चतुर्भुज क्षेत्र में, सिग्नल के लिए अक्सर दो दृश्य बोर्ड उपयोग किए जाते हैं। जैसा कि वर्णन किया गया है, माल सिग्नल दृष्टि बोर्ड है और सिग्नल से पहले 1400 मीटर रखा गया है। दूसरा यात्री सिग्नल दृष्टि बोर्ड है जो यात्री ट्रेनों के ड्राइवरों द्वारा उपयोग के लिए किया जाता है और आमतौर पर संकेत से लगभग 1000 मीटर रखा जाता है।

10 . सुरंग के लिए सावधानी आदेश-
एक गोल पीले बोर्ड पर स्याही काले द्वारा लिखित ‘सी / टी’। यह संकेत ड्राइवरों को इंगित करता है कि सुरंग ट्रेन से आगे है। यह संकेत सिर्फ सुरंग के प्रवेश द्वार के बाहर रखा गया है।

तो यदि आप इस बार किसी रेल यात्रा पर जाएँ और आपको रेलवे लाइन पर ऐसे सिग्नल दिखाई दे तो आप तुरंत समझ सकते है कि इस सिग्नल का मतलब क्या होता है। हो सके तो ये जानकारी अपने आस पास के लोगो को जरूर दे ताकि आपकी तरह उनकी भी जिज्ञासा शांत हो सके।

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