Due to wife Ayushi, she lived in tension due to the disclosure made in the suicide note …
भय्यू महाराज की आत्महत्या के बहुचर्चित मामले में पुलिस को एक बेनामी खत मिला है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि आध्यात्मिक गुरु अपनी दूसरी पत्नी के बुरे बर्ताव के कारण तनाव में रहते थे. पुलिस ने इस पत्र को लेकर जांच शुरू कर दी है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, डीआईजी को बेनामी खत भेजने वाले ने अपना परिचय भय्यू महाराज के सेवादार के रूप में दिया है. पत्र में इस आशय के आरोप लगाये गये हैं कि आध्यात्मिक गुरु की दूसरी पत्नी आयुषी का उनके साथ बर्ताव ठीक नहीं था और वह इससे तनाव में रहते थे.
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि पुलिस को भय्यू महाराज की खुदकुशी के मामले में कल करीब 10 पेज का बेनामी पत्र मिला है. उन्होंने खत में क्या लिखा है इसका खुलासा किये बगैर बताया, ‘हमारे शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) जांच कर रहे हैं कि खत में लिखी बातों में कितनी सचाई है.’ उधर, आयुषी की मां रानी शर्मा ने अपनी बेटी के खिलाफ इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि बेनामी खत में लिखी बातें मनगढ़ंत हैं. भय्यू महाराज (50) ने यहां अपने बाइपास रोड स्थित बंगले में 12 जून को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. कथित सुसाइड नोट के एक हिस्से में उन्होंने लिखा कि वह भारी तनाव से तंग आने के कारण जान दे रहे हैं.
भय्यू महाराज का वास्तविक नाम उदय सिंह देशमुख था. वह मध्यप्रदेश के शुजालपुर कस्बे के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे. उनकी पहली पत्नी माधवी का नवम्बर 2015 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. इसके बाद उन्होंने वर्ष 2017 में 49 साल की उम्र में मध्यप्रदेश के शिवपुरी की आयुषी शर्मा के साथ दूसरी शादी की थी. ट्रस्ट के सचिव तुषार पाटिल ने पत्र में कहा, ‘पुलिस की जांच पूरी होने और इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद ही हमारे द्वारा (भय्यू महाराज की मौत के मामले में) मीडिया को कोई प्रतिक्रिया दी जाएगी.’