गोवा सरकार के आवश्यक सेवा संरक्षण अधिनियम लगाने के बावजूद भी गोवा में टैक्सी चालकों ने दूसरे दिन भी अपने वाहन सड़कों पर नहीं उतारे. उत्तर गोवा पर्यटन टैक्सी संघ के महासचिव विनायक नानोस्कर ने बताया कि हड़ताज आज(शनिवार)भी जारी रहेगी और राज्य में एक भी टैक्सी नहीं चलेगी. हम लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं.
हड़ताल जारी रहेगी. राज्य में शुक्रवार को टैक्सी हड़ताल शुरू हुई थी और इसकी वजह से करीब 18,000 टैक्सी और 350 येलो एवं ब्लैक प्री-पैड टैक्सी सड़कों से नदारद हैं. उच्चतम न्यायालय के निर्देश के तहत राज्य सरकार ने सभी टैक्सी में स्पीड गवर्नर लगाने का कहा है, जिसका विरोध टैक्सी चालक कर रहे हैं. मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने टैक्सी चालकों की मांग को स्वीकार करने से मना कर दिया है.
शुक्रवार से हड़ताल पर हैं टैक्सी चालक
इससे पूर्व गोवा राज्य में बीते 18 जनवरी को टैक्सी चालकों की ओर से हड़ताल का ऐलान किया गया था. इस कारण राज्य में करीब 18000 टैक्सी और 350 येलो और ब्लैक प्री-पेड टैक्सी के पहिए थम गए थे. उच्चतम न्यायालय के निर्देश के तहत राज्य सरकार ने सभी टैक्सी में स्पीड गवर्नर लगाने का कहा है, जिसका टैक्सी चालकों की ओर से विरोध किया जा रहा है.
मीडिया के लिए वैज्ञानिक सोच ज़रूरी : पर्रिकर
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने 7 नवंबर को कहा था कि मीडिया के लिए वैज्ञानिक सोच ज़रूरी है जिससे कि खबरों के माध्यम से समाज को अधिक से अधिक लाभ मिल सके. वह दोना पावला स्थित राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान में आयोजित “हिन्द महासागर : आर्थिक एवं भू रणनीतिक महत्व” विषय पर आयोजित एक कार्यशाला में बोल रहे थे.
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में देशभर से 27 मीडियाकर्मी भाग ले रहे हैं. पर्रिकर ने कहा कि वैज्ञानिक खोजों को समाज तक पहुंचाने में मीडिया बहुत बड़ी भूमिका निभा सकता है. मीडियाकर्मियों के लिए वैज्ञानिक सोच बहुत ज़रूरी है जिससे कि समाज को अधिक से अधिक लाभ मिल सके.