रिलायंस जियो ने दो साल के अंदर ही भारत को दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल ब्रॉडब्रैंड डाटा कंस्यूमिंग नेशन बना दिया है। मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो को शुरु करने के लिए इसमें 31 बिलियन डॉलर खर्च किए थे और अब उनकी कंपनी देश की चौथे नंबर की टेलिकॉम कंपनी बन गई है जो कि कम से कम रेट पर फ्री कॉल और इंटरनेट डाटा की सुविधा दे रही है। कई लोग नहीं जानते हैं कि मुकेश अंबानी को रिलायंस जियो का आइडिया कहां से आया था। इसे लेकर मुकेश अंबानी ने खुलासा किया है कि यह आइडिया उन्हें अपनी बेटी ईशा अंबानी की परेशानी से मिला था।
मुकेश अंबानी ने कहा, “साल 2011 में यह आइडिया पहली बार मेरे दिमाग में मेरी बेटी के द्वारा आया था। वह अमेरिका के याले में पढ़ाई करती थी और छुट्टियों के लिए घर आई हुई थी। ईशा को अपने कोर्स से जुड़े हुए कुछ कागज जमा करने थे लेकिन इंटरनेट के कारण वह उन्हें जमा नहीं करवा पा रही थी। उसने मुझसे कहा, डैड घर का इंटरनेट बहुत ही खराब है।” मुकेश अंबानी ने कहा कि मेरे बच्चे ईशा और अकाश दोनों ही भारत की युवा पीढ़ी से ताल्लुक रखते हैं, जो कि बहुत रचनात्मक, ज्यादा महत्वाकांक्षी और जो दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए काफी तेज हैं।
उन्होंने कहा, “इन युवा भारतीयों ने मुझे प्रेरित किया कि ब्रॉडबैंड इंटरनेट हमारी उम्र को परिभाषित करने वाली तकनीक है और भारत इसमें पीछे नहीं रह सकता है।” उन्होंने कहा कि भारत में उस समय खराब कनेक्टिविटी और सबसे महत्वपूर्ण इंटरनेट डाटा की कमी थी। डाटा की कमी ही एक मुद्दा नहीं थी बल्कि इसकी कीमतें भी बहुत ज्यादा थी। मुकेश अंबानी ने कहा, “हमने साल 2016 में रिलायंस जियो लॉन्च किया था और आज यह देश में सबसे बड़ा गेम चैंजर बनकर उभरा है।” मुकेश अंबानी ने कहा कि तीन से पांच लाख भारतीय रोज जियो फोन की तरफ पलायन कर रहे हैं और 200 से 300 रुपए में लोग इंटरनेट, कॉल जैसी अनलिमिटिड सुविधाएं पा रहे हैं।