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मैंने भड़काऊ भाषण नहीं दिया, बीजेपी मुझे निशाना बना रही है: जिग्नेश मेवाणी

दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने आज इस बात से इनकार किया कि उन्होंने पुणे में किसी तरह का भड़काऊ भाषण दिया था. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उनको निशाना बना रही है. गुजरात के विधायक मेवाणी और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र उमर खालिद के खिलाफ 31 दिसंबर को पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण देने का मामला कल दर्ज किया गया था. इन पर भीमा-कोरेगांव में हिंसा भड़काने का आरोप है.

मेवाणी ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने ना ही भड़काऊ भाषण दिया था और ना ही महाराष्ट्र बंद में हिस्सा लिया था. भाजपा और संघ द्वारा मुझे निशाना बनाया जा रहा है.’ उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि दलितों के हर मुद्दे पर बोलने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भीमा-कोरेगांव हिंसा पर चुप्पी साधे हुए हैं. भीमा-कोरेगांव में हर साल की तरह इस साल भी देशभर के दलित शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे थे. प्लानिंग करके यहां हिंसा की गई. उन्होंने कहा कि इस हिंसा में संघ के लोगों का नाम खुले तौर पर आ रहा है, लेकिन सरकार उन्हें निशाना बना रही है. मेवाणी ने कहा कि गुजरात चुनावों से बीजेपी जान गई है कि उसका जनाधार खिसक रहा है.

दलित नेता ने कहा कि 2019 के चुनाव में बीजेपी उन्हें एक खतरा मान कर देख रही है. उन पर टारगेट बनाकर हमले किए जा रहे हैं, ताकि उनकी छवि धूमिल की जा सके. गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि वह भीमा-कोरेगांव नहीं गए, उन्होंने महाराष्ट्र बंद में हिस्सा नहीं लिया. मुंबई पुलिस ने उनके सेमिनार को रोक दिया, तो फिर उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया गया. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है.

जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ दर्ज हुई थी एफआईआर
नव वर्ष में पुणे के भीमा-कोरेगांव में भड़की हिंसा के मामले में जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है. इन दोनों पर 31 दिसंबर को भड़काऊ भाषण देने का आरोप है. इस हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी और बड़े पैमाने पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था. इस हिंसा के बाद दलित संगठनों ने महाराष्ट्र बंद का आयोजन किया था. इस दौरान भी कई जगहों पर हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी.

मुंबई में जिग्नेश मेवानी के कार्यक्रम पर रोक
पुणे में नए साल के अवसर पर हुई जातीय हिंसा के बाद महाराष्ट्र पुलिस सर्तकता बरतते हुए मुंबई में दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और उमर खालिद के कार्यक्रम पर रोक लगा दी थी. पुलिस ने उमर तथा जिग्नेश के मुंबई प्रवेश पर रोक लगा दी है. पुलिस ने जहां कार्यक्रम होना था उस ऑडिटोरियम को सील कर दिया था. पुलिस ने विरोध करने वाले छात्रों को हिरासत में लिया था.

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