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फाल्गुन के महीने में श्रीकृष्ण की पूजा और उपासना को मन जाता है लाभकारी…

हिंदू पंचाग के अंतिम माह को फाल्गुन माह कहा जाता है। पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र होने के कारण इस नाम फाल्गुन माह पड़ा। हिंदू पंचाग के अनुसार चैत्र पहला माह होता है और फाल्गुन आखिरी माह माना जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष 1 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक फाल्गुन माह रहेगा। इस माह में दो महत्वपूर्ण पर्व आते हैं जो हिंदू धर्म में अपना खास महत्व रखते हैं। महाशिवरात्रि, इस दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है और होली, इस दिन होलिका दहन किया जाता है और अगली सुबह रंगों से होली खेली जाती है। इस महीने बसंत ऋतु का प्रभाव होने के कारण प्रेम औरर रिश्तों में मिठास होती है। इस माह में मन की चंचलता पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होती है।

फाल्गुन के महीने में श्रीकृष्ण की पूजा और उपासना को बहुत लाभकारी माना जाता है। जो दंपति संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, इस माह उन्हें इस माह बाल कृष्ण की आराधना करनी चाहिए। प्रेम में सफलता पाने के लिए भी कृष्ण को आराध्य माना जाता है। माना जाता है कि जिस व्यक्ति को अधिक क्रोध आता है या जल्द ही चिड़चिड़ाहट होने लगती है उन्हें श्रीकृष्ण को पूरे फाल्गुन महीने में रोजाना अबीर या गुला जरुर अर्पित करना चाहिए। चंद्र देव को मन का संचालक माना गया है, यदि मन को वश में करना हो तो चंद्र देव को जल अर्पित करना शुभ माना जाता है।

स्वास्थ्य को लेकर परेशान रहते हैं तो इस माह भगवान शिव की उपासना लाभदायक मानी जाती है, पूरे माह सफेद चंदन शिव को अवश्य अर्पित करना चाहिए। हर व्यक्ति धन की इच्छा रखता है यदि आर्थिक समस्या से परेशान हो तो पूरे माह माता लक्ष्मी को गुलाब का इत्र या गुलाब अवश्य अर्पित करना चाहिए। इस माह को रंगों का माह भी कहा जाता है, मान्यता है कि भगवान को प्रसन्न रखने के लिए पूरे माह अधिकतर रंगीन और सुंदर कपड़ों को ही धारण करना चाहिए और सुंगध लगाना चाहिए।

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