जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कठुआ सामूहिक बलात्कार और हत्या केस में तुरंत न्याय के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन करने की अपील की है. पीडीपी सूत्रों ने ने शनिवार (14 अप्रैल) को कहा, ‘मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से अपील की है कि कठुआ सामूहिक बलात्कार और हत्या केस की सुनवाई के लिए स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित हो, जो कि राज्य का पहला ऐसा मामला होगा और उम्मीद है कि 90 दिनों में ट्रायल पूरा कर लिया जाएगा. आरोपी पुलिसकर्मी को सेवा से बर्खास्त कर दिया है.”
कठुआ मामला: मुख्यमंत्री ने सांप्रदायिक ताकतों को खारिज करने के लिए लोगों की सराहना की
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सांप्रदायिक ताकतों को खारिज करने और कठुआ में आठ वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार एवं हत्या मामले में न्याय के लिए जम्मू के लोगों के समर्थन पर शनिवार (14 अप्रैल) उनकी सराहना की. महबूबा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘जम्मू के लोगों ने जिस तरह से सांप्रदायिक ताकतों को खारिज किया और एक नन्ही बच्ची को अपना समर्थन दे रहे हैं उसकी मैं सराहना करती हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसने मेरे विश्वास को मजबूत किया है कि जम्मू, समावेशिता का एक मॉडल का काम करता है और एक साथ जम्मू-कश्मीर के लोग धर्मनिरपेक्ष एकता और नैतिक बुलंदी को प्रेरित करते हैं.’’
संयुक्त राष्ट्र ने कठुआ बलात्कार मामले को बताया ‘भयावह’
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कठुआ में आठ वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के मामले को ‘‘भयावह’’ करार देते हुए , इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले आरोपियों को कानून के दायरे में लाए जाने की उम्मीद जाहिर की है. खानाबदोश बकरवाल मुस्लिम समुदाय की एक बच्ची 10 जनवरी को अपने घर के पास से लापता हो गई थी और एक सप्ताह बाद उसका शव उसी इलाके में मिला था. गांव के ही एक मंदिर में एक सप्ताह तक उसके साथ कथित तौर पर छह लोगों ने बलात्कार किया. पीड़िता की हत्या करने से पहले नशीला पदार्थ देकर उसके साथ कई बार बलात्कार किया गया था. इस घटना के बाद से संपूर्ण भारत में रोष देखने को मिला.