वाराणसी के दौरे पर हैं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, बनारस में पहले मोदी पहुंचे। प्रधानमंत्री ने खुद एयरपोर्ट पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का स्वागत किया। दोनों नेता 1500 करोड़ से ज्यादा की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद दोनों नेताओं ने मिर्जापुर में 650 करोड़ की लागत से बने सोलर प्लांट का उद्घाटन किया। मोदी वाराणसी में 1000 की क्षमता वाले विधवा आश्रम का एलान भी कर सकते हैं। इसके बाद दोनों नेताओं ने बड़ा लालपुर के दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल देखा। मोदी बनारस में मैक्रों को नाव की सैर कराएंगे।
मिर्जापुर में सौर ऊर्जा का इनॉगरेशन किया
मिर्जापुर में नरेंद्र मोदी और इमैनुएल मैक्रों ने 650 करोड़ की लागत से बने सोलर प्लांट का उद्घाटन किया।
मीरजापुर में सौर ऊर्जा की खासियत
1-मिर्जापुर में 40 लाख यूनिट की हर दिन की खपत है।
2- हर प्रतिदिन 5 लाख यूनिट बिजली की बढ़ौतरी होगी।
3- एक से दो लाख घरो तक बिजली देने की व्यवस्था
4- इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए १८ एक्सपर्ट्स ने लगातार काम किया।
5- 382 एकड़ पथरीली भूमि पर इस सोलर प्लांट को बनाया गया है
6- पूरे प्लांट की लागत 650 करोड़ रुपए है।
क्या खास ये दौरा?
इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो पीएम मोदी के काशी विजिट को लेकर चर्चा है। बीएचयू (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) के पॉलिटिक्ल साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर केके मिश्रा ने दोनों राष्ट्राध्यक्षों के काशी विजिट को लेकर इंटरनेशनल पॉलिटिक्स के 7 फायदे बताए।
क्या खास है ये दौरा?
– इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रो पीएम मोदी के काशी विजिट को लेकर चर्चा है। बीएचयू (काशी हिन्दू विश्वविद्यालय) के पॉलिटिक्ल साइंस डिपार्टमेंट के प्रोफेसर केके मिश्रा ने दोनों राष्ट्राध्यक्षों के काशी विजिट को लेकर इंटरनेशनल पॉलिटिक्स के 7 फायदे बताए।
१- पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत को विश्व गुरु और काशी को राष्ट्रगुरु बनाने का सपना देखा है। इससे पहले 12 दिसंबर, 2015 जापानी पीएम शिंजो आबे को गंगा आरती दिखाने लाये थे। यहां की संस्कृति, गंगा, घाट, मंदिरों से लघु भारत को एक ही बार में बताना मकसद है।’
२- पूरा विश्व जब टेरोरिज्म से जूझ रहा है, ऐसे में पीएम मोदी दुनिया को बताना चाहते है बनारस विश्व शांति का केंद्र है। जहां स्वामी विवेकानंद, शंकराचार्य, रविदास, बुद्ध जैसे संत महात्मा भी इसी तलाश में आये थे।’
३- वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का सपना तभी पूरा होगा। जब काशी के गलियों, उद्योग, संस्कृति, रहन-सहन, मंदिरों और 84 घाटों की चर्चा राष्ट्राध्यक्षों के जरिये कई देशों में होगी।
४- ग्राउंड पॉलिटिक्स के जरिये पाकिस्तान, चीन जैसे देशों को संदेश देना कि दिल्ली, मुंबई ही नहीं बल्कि भारत के काशी जैसे स्थान भी महत्वपूर्ण हैं।
५- एनर्जी प्लांट के उद्घाटन से भारत पूरे विश्व संदेश देगा कि एनर्जी, इन्वायरमेंट, इम्प्लॉयमेंट, इन्वेस्टमेंट के साथ टूरिज्म को लेकर बड़ा काम कर रहा है।
६- जापान और फ्रांसीसी राष्ट्राध्यक्षों की विजिट से दुनिया के दूसरे देशों के पीएम, राष्ट्रपति भी वाराणसी आना चाहेंगे। गंगा और यहां के सात किमी लंबे घाट पर्यटकों को सबसे ज्यादा पसंद है।