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राहुल गांधी का बयान: कांग्रेस सरकार बनते ही किसानों को कर्ज माफी से मिलेगा न्याय…

पिछले साल हुए किसान गोलीकांड की पहली बरसी पर बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने पिपलियामंडी पहुंचे। राहुल गांधी इस दौरान गोलीकांड से प्रभावित हुए किसान परिवारों से मिले। राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक साल पहले प्रदेश की सरकार ने किसानों पर आक्रमण किया, गोली चलाई, किसानों को मारा। पूरे देश में आज किसान अपना हक मांग रहा है, आत्महत्या कर रहा है। जब किसान बोलता है कि हमें सही दाम चाहिए, हमारा कर्जा माफ कीजिए तो पीएम नरेंद्र मोदी और मप्र के सीएम कहते हैं कि हमारे पास आपके लिए समय नहीं है।

राहुल गांधी ने कहा, ‘यूपीए की सरकार ने देशभर के किसानों का 70 हजार करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर दिया था। जिस दिन मप्र में कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी, उसके बाद आप दस दिन गिनना और इस अवधि के भीतर ही आपको न्याय मिल जाएगा। हिंदुस्तान के किसानों ने इस देश को खड़ा किया है। अगर हम किसानों की रक्षा नहीं कर सकते हैं तो हमारी सरकारों का कोई मतलब नहीं।‘ राहुल गांधी ने कहा कि मध्यप्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, 1200 किसानों ने आत्महत्या की है। क्या हिंदुस्तान के अमीर लोगों में से किसी ने आत्महत्या की।

उठाया चीन का मुद्दा

उन्होंने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री मोदी जी ने 30 हजार करोड़ रुपये दिया। इतने पैसे में मप्र के किसानों का दो बार कर्जा माफ किया जा सकता है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री के जेब में जो टेलीफोन है उसके पीछे ‘मेड इन चाइना’ लिखा है। आज हर जगह जो भी चीज मिलती है उस पर मेड इन चाइना लिखा होता है। पहले वो चीन के राष्ट्रपति के साथ अहमदाबाद में झूला झूलते हैं फिर जब वो डोकलाम में अपनी सेना भेजते है तो उन्हें कुछ नहीं कहते। ये नरेंद्र मोदी और शिवराज सिंह चौहान की सरकार है, लेकिन कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की सोच दूसरी है। हम चाहते हैं कि किसानों को उनका हक मिले, युवाओं को रोजगार मिले।

चीन के लोगों को मंदसौर का लहसुन

राहुल गांधी ने किसानों से कहा कि आप हमारा साथ देंगे तो हम चीन की राजधानी बीजिंग में लोगों को मंदसौर का लहसुन खिलाएंगे। राहुल ने कहा, ‘हम आपसे अपने मन की बात नहीं करेंगे, हम आपके मन की बात सुनेंगे और आपके मन की सरकार बनाएंगे। हम आपसे झूठ नहीं बोलते, हम ये नहीं कहते है कि मैं आपके जेब में 15 लाख रुपये डाल दूंगा, हम जो कहेंगे सच कहेंगे। हम आपको सिर्फ मंडी में पैसा नहीं देना चाहते हैं, हम आपकी जिंदगी बदलना चाहते हैं।

किसानों के बेटे-बेटियों को देंगे रोजगार: राहुल

कांग्रेस अध्‍यक्ष ने कहा, ‘मध्यप्रदेश के हर जिले में कुछ न कुछ उगता है, आप मंडी में माल बेचते हो फिर आपको जो चेक मिलता है उससे 15 फीसद कम हो जाता है। जो फायदा आपकी मेहनत का आपको मिलना चाहिए हम आपको देंगे। गांवों में फूड प्रोसेसिंग प्लांट बनाएंगे। इनमें हम किसानों के बेटे-बेटियों को रोजगार देंगे।‘ राहुल ने सभा में कहा कि मैं एक बार ही प्रधानमंत्री कार्यालय में जाकर नरेंद्र मोदी से मिला हूं, मैंने उनसे कहा कि लाखों किसान मेरे साथ खड़े हैं। मैं उनकी आवाज यहां लेकर आया हूं, आप उनका कर्जा माफ करो। तब उन्होंने किसानों के लिए पांच शब्द भी नहीं बोले।

‘टीम बनकर चुनाव लड़ रही है कांग्रेस’

नरेंद्र मोदी ने आरएसएस की पढ़ाई की है लेकिन हमारी पढ़ाई प्यार की है। हमारे सामने दो लक्ष्‍य हैं, हिंदुस्‍तान के किसानों की रक्षा और युवाओं को रोजगार। आपको महसूस हो गया होगा कि कांग्रेस पार्टी टीम बनकर चुनाव लड़ रही है। मेरी जिम्मेदारी पहले देश की जनता के प्रति, दूसरे कांग्रेस कार्यकर्ता और तीसरे नंबर पर कांग्रेस के नेता के प्रति है। जो सरकार बनेगी उसमें कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता पहले नंबर पर होंगे। मैं चाहता हूं आप लोग सड़कों पर उतरें, गांवों में जाएं, जो भी जनता के पास जाएगा, उनसे मिलेगा उनकी ही मध्यप्रदेश में अगली सरकार होगी।

उल्‍लेखनीय है कि इलाके में इंटरनेट काफी धीमी गति से चल रहा है, इस दौरान प्रशासन पर इंटरनेट बाधित करने का आरोप लगाया गया। सुबह शुरू हुई श्रद्धांजलि सभा के मंच पर पारस सकलेचा की गोलीकांड पर लिखी किताब का विमोचन किया गया। इसके बाद एक शार्ट फिल्म दिखाई गई। कांग्रेस नेताओं ने मंच से घनश्याम धाकड़ की मौत की न्यायिक जांच करने की मांग भी की।

किसानों को दी श्रद्धांजलि

इससे पहले राहुल गांधी ने पिछले साल पुलिस फायरिंग में मारे गए 6 किसानों को श्रद्धांजलि दी और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। बता दें कि पिछले साल किसान संगठनों ने मंदसौर में अपनी मांगों लेकर आंदोलन किया था, जिसमें राज्य पुलिस की फायरिंग में छह किसानों की मौत हो गई थी। राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘मंदसौर गोलीकांड के एक साल बाद भी जांच आयोग की रिपोर्ट नहीं आई है। शहीद किसानों के परिवार न्याय का इंतज़ार कर रहे हैं। अपने परिजनों को खोने का दर्द मैं जानता हूँ। आज पीड़ित परिवारों के साथ कुछ पल बिताकर उनका दर्द बांटने की कोशिश की।’

बता दें कि पिछले साल किसान संगठनों ने मंदसौर में अपनी मांगों लेकर आंदोलन किया था, जिसमें राज्य पुलिस की फायरिंग में छह किसानों की मौत हो गई थी।

बीते 2 जून को ही राहुल ने ट्वीट कर किसानों द्वारा किए जा रहे आत्‍महत्‍या पर चिंता जताते हुए बताया था कि हमारे अन्‍नदाताओं के हक की लड़ाई में उनके साथ खड़े होने के लिए मंदसौर में मैं 6 जून को किसानों की रैली को संबोधित करूंगा।

कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह और कांतीलाल भूरिया मंदसौर पहुंच गए हैं। सभा की कमान मीनाक्षी नटराजन के हाथों में है। मंच पर 27 नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। दीपक बावरिया, बाला बच्चन, शोभा ओझा और विपिन वानखेड़े भी मंच पर मौजूद हैं।

इससे पहले ट्वीट के जरिए मध्‍यप्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्‍विजय सिंह ने कहा, ‘मंदसौर में फायरिंग का आदेश किसने दिया? यदि राज्‍य प्रशासन की ओर से फायरिंग का आदेश नहीं था तब यह मर्डर का मामला है।‘ वहीं पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन ने कहा, ‘किसानों की शहादत तो एक साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन न तो जैन आयोग की रिपोर्ट आई न ही दोषियों पर कोई कार्रवाई हुई, ‘भावांतर योजना’ भी एक छलावा है।‘

इस सभा के लिए पहले से ही पूरी तैयारी कर ली गयी थी। प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर भी सख्‍त इंतजाम किए हैं। संभावना जतायी गई थी कि रैली के दौरान राहुल गांधी इसी गोलीकांड की बरसी पर किसानों को कांग्रेस से जोड़ने का प्रयास करेंगे।

मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने संभावना जताई थी कि इस सभा में लगभग डेढ़ लाख लोग पहुंचेंगे। इस सभा के लिण्‍ कांग्रेस के दिग्गज नेता और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मंगलवार शाम को ही मंदसौर पहुंच गए। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, चुनाव अभियान समिति प्रमुख ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया भी भोपाल से मंदसौर पहुंच चुके हैं।

बूढ़ा में किसान संगठनों की श्रद्धांजलि सभा

मंदसौर जिले में ग्राम बूढ़ा में देशभर के किसान संगठनों से जुड़े योगेंद्र यादव, मेघा पाटकर, डॉ. सुनीलम व अन्य किसान नेताओं ने श्रद्धांजलि सभा की। इसमें अभी तक न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट नहीं मिलने पर भी असंतोष जताया गया। शहर के आसपास के गांवों से दूध और सब्जी आई। खंडवा में भारतीय किसान मजदूर संघ के बैनर तले छैगांवमाखन में किसानों ने धिक्कार दिवस मनाया। इस दौरान हुई बैठक में बुधवार सुबह से किसान आंदोलन में सहयोग नहीं देने वाले किसानों को गुलाब के फूल देकर समर्थन की अपील करने का निर्णय लिया गया।

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