featuredदेश

RSS कार्यकर्ता की हत्या

केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने कन्नूर में भाजपा एवं आरएसएस के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि केंद्र उत्तरी केरल के राजनीतिक रूप से संवेदनशील जिले के घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि राज्य की माकपा नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार के पास हिंसा एवं हत्याओं को खत्म करने की राजनीतिक इच्छा शक्ति नहीं है और उसे इस तरह की घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम भाजपा-आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हुए हमलों और इस तरह की घटनाओं में संलिप्त राजनीतिक दल की निंदा करते हैं। नड्डा ने गत 12 मई को माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से आरएसएस के एक कार्यकर्ता की हत्या करने की घटना के बारे में सवाल पूछे जाने पर ऐसा कहा।

सत्तारूढ़ माकपा और भाजपा-आरएसएस के बीच जनवरी में कन्नूर में शांति वार्ता हुई थी जिसके बाद से यह हत्या राज्य में राजनीतिक हिंसा की पहली घटना है। नड्डा ने कहा कि हमलों से पता चलता है कि मौजूदा सरकार एवं राजनीतिक दल ‘‘वैचारिक रूप से अपनी लड़ाई हार चुके हैं’’ और इस वजह से वे हिंसा का सहारा ले रहे हैं। वह यहां श्री चित्र तिरूनल इंस्टीट्यूट फोर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी में एक दीक्षांत समारोह से इतर संवाददाताओं से बात कर रहे थे। नड्डा ने कहा, ‘‘केंद्र इन सब पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है ‘‘लेकिन केंद्र ने देखा है कि राज्य ने जिम्मेदारी के साथ मामले पर ध्यान नहीं दिया जो उसे करना चाहिए था।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ‘‘चीजें तदनुसार आकार लेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए… इस समय वे कानून-व्यवस्था बहाल करने और राज्य के लोगों को सुरक्षा देने की दिशा में ईमानदार नहीं हैं। नड्डा ने कन्नूर में सशस्त्र बल :विशेषाधिकार: अधिनियम (अफ्सपा) लगाने की प्रदेश भाजपा की मांग को लेकर कहा कि इसपर केंद्र फैसला करेगा।

Leave a Reply

Exit mobile version