कठुआ में आठ वर्षीय लड़की के साथ कथित बलात्कार और हत्या मामले को लेकर देशव्यापी आक्रोश के बीच जानी मानी अभिनेत्री शबाना आजमी का कहना है कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान को प्रभावी बनाने के लिए ‘हमारी बेटियों को जीवित और सुरक्षित रहना चाहिए।’’ हाल ही में कठुआ और उन्नाव बलात्कार मामलों में पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करते हुये हिन्दी फिल्म जगत की कई शख्सियतों ने एक प्रदर्शन का आयोजन किया था। इन बलात्कार मामलों के आरोपियों के खिलाफ आक्रोश का माहौल है।
कल रात यहां आयोजित 20 वीं बेटी फ्लो जीआर8 अवार्ड 2018 कार्यक्रम से इतर आजमी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक तरफ हम अपनी महिलाओं को महान ऊंचाईयों तक पहुंचते देखना चाहते हैं और महान नेता बन गये हैं। लेकिन दूसरी तरफ, रोजाना हम ऐसी खबरें पढ़ते और देखते हैं जिन्हें देखकर हम सदमे में आ जाते हैं ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी घटनाएं ना हो, यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि हम कहते हैं ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ होना चाहिए लेकिन इसके लिए यह महत्वपूर्ण है कि हमारी बेटियां जिंदा रहें।’’ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ केन्द्र सरकार का एक सामाजिक अभियान है जिसका उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और लड़कियों के लिए बनी सामाजिक सेवाओं की दक्षता में सुधार करना शामिल है।