featuredअर्थशास्त्रदेशस्पेशल स्टोरी

गांधी जी की भारतीय नोट पर छपने वाली फोटो के पीछे का राज

The secret behind Gandhiji’s photo on the Indian note.

    

जैसा की हम सब जानते हैं कि भारतीय करेंसी के नोट में गांधी की फोटो छापी जाती है.लेकिन क्या आप ये जानते हैं कब से गांधी की फोटो नोट पर छपने लगी और नोट पर छपने वाली फोटो के पीछे क्या राज है.

बता दें कि, नोट पर गांधीजी पहली बार 1969 में दिखे. यह साल उनका जन्म शताब्दी साल था और नोटों पर उनकी तस्वीर के पीछे सेवाग्राम आश्रम भी थी. अक्टूबर 1987 में पहली बार 500 रुपये का नोट आया और उस पर गांधी थे.

हाँ वो बात भले अलग है कि 1996 से पहले 1987 में महात्मा गांधी की तस्वीर को वाटरमार्क के रुप में इस्तेमाल किया जाता था. जो कि नोट के बाईं तरफ दिखाई देते थे. जबकि बाद में हर नोट में गांधी जी की तस्वीर छापी जाने लगी. जानकारी के मुताबित एक RTI  में सामने आया था कि साल 1993 में आरबीआई ने नोट के दाहिनी तरफ महात्मा गांधी का चित्र छापने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी.

अब आइये जानते हैं कि आखिर नोट पर छपने वाली गांधी की तस्वीर के पीछे क्या राज है. बता दें कि यह तस्वीर साल 1946 में खेंची गई थी और यह असली तस्वीर है. यह फोटो उस वक्त की है जब वो जब लार्ड फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस विक्ट्री हाउस में आए थे.

माना जाता है कि हमारा देश विभिन्नताओं में एकता वाला देश है और महात्मा गांधी को राष्ट्रीय प्रतीक के रुप में माना जाता है. राष्ट्रपिता की उपाधि हासिल कर चुके गांधी उस वक्त राष्ट्र का चेहरा थे, इसलिए उनके नाम पर फैसला लिया गया. क्योंकि अन्य सेनानियों के नाम पर क्षेत्रीय विवाद हो सकता था. बता दें कि इस सवाल को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है.

गौरतलब है कि हाल ही में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी लोकसभा में इसका जवाब दिया था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पैनल ने गांधी के स्थान पर अन्य राष्ट्रीय नेता की तस्वीर ना छापने का फैसला किया है, क्योंकि महात्मा गांधी से ज्यादा कोई भी व्यक्ति देश के स्वभाव का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता.

भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार साल 1996 में महात्मा गांधी की तस्वीर वाले नोट चलन में आए थे. उसके बाद 5, 10, 20, 100, 500 और 1000 रुपये वाले नोट छापे गए. इस दौरान अशोक स्तंभ की जगह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का फोटो और अशोक स्तंभ की फोटो नोट के बायीं तरफ निचले हिस्से पर प्रिंट कर दी गई.

Leave a Reply

Exit mobile version