The Sex-Blind woman Principal did the Sexual-Relation between her and student.
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राजपुरा, पंजाब।
पुराणों में गुरु और शिष्य परम्परा का बखान मिलता हैं जहाँ गुरु का दर्जा सर्वोच्च हुआ करता था और शिष्य आज्ञाकारी। गुरु-शिष्य का रिश्ता बड़ा पवित्र माना जाता था और है, शास्त्रों में भी गुरु का दर्जा भगवान से भी ऊपर माना गया है। लेकिन कलयुग में कुछ गुरूओं ने मर्यादा लाँघ कर इस पवित्र रिश्ते को तार-तार और दागदार कर दिया है। ऐसी ही गुरु और शिष्य के रिश्ते को शर्मनाक करने वाली घटना सामने आई है जहाँ महिला प्रिंसिपल 12वीं के छात्र को घर बुलाकर संबंध बनाने पर मजबूर कर देती थी। जब छात्र ऐसा करने से मना करता था तो उसका नाम स्कूल से काटने की धमकी भी देती थी।
ये घटना पंजाब के राजपुरा के गांव मरंदापुर का जहाँ एक स्कूल में छात्रों के साथ स्कूल की हवस में अंधी प्रिंसिपल अपनी हवस को मिटाने के लिए स्कूल के 12 वी क्लास के लडके के साथ शारिरिक संबध बनाती थी। जब नाबालिग छात्र ऐसा करने से मना करता था तो प्रिंसिपल उसका नाम स्कूल से काटने की धमकी देती थी।
12वीं कक्षा में पढ़ने वाले इस नाबालिग छात्र ने अपने प्रिंसिपल पर उसके साथ नाजायज संबंध बनाने के आरोप लगाते हुए कहा कि प्रिंसिपल उसे घर बुलाती थी और कई बार सेक्स के लिए दबाव बनाती थी और जब वो इस घिनौने काम के लिए मना करता तो उसे स्कूल से नाम काटने की धमकी दी जाती थी। छात्र ने कहा कि वो 5-10 बार प्रिंसिपल के घर गया हैं और कई बार रात को उनके घर ठहरा भी हैं। फिर वहां मेरे और उनके बीच कई बार संबंध बनते थे। हम दोनों में फोन और व्हाट्सएप पर भी बहुत बात होती थी।
इस पीड़ित छात्र ने बताया कि मुझसे पहले एक और छात्र के साथ प्रिंसिपल ने ऐसे ही शारीरिक संबंध बनाए थे। वह स्टूडेंट इस वक्त विदेश चला गया है। एक बार छात्र अड़ भी गया था और उसने सेक्स करने से मना कर दिया। इसके बाद आरोपी प्रिंसिपल ने उस पर झूठा आरोप लगाते हुए उसका नाम स्कूल से कटवा दिया। दोबारा स्कूल में नाम लिखाने के लिए बात की तो प्रिंसिपल ने उसे शारीरिक संबंध बनाने को कहा। छात्र के अनुसार, प्रिंसिपल ने कहा कि शारीरिक संबंध बनाने पर ही वह उसका स्कूल में नाम दोबारा लिखेगी। फिर उसने संबंध बनाए और तब जाकर उसका नाम लिखा गया।
गांव जंड मंगोली के बलविन्द्र सिंह जब ग्रामवासियों के साथ अपनी शिकायत लेकर स्कूल पहुंचे तो उनसे आरोपी प्रिंसिपल ने बदतमीजी की. जब बात मीडिया में फैली तो प्रिंसिपल पिछले गेट से फरार हो गई। इस बात की तस्दीक मरदांपुर स्कूल की वाइस प्रिंसीपल सरोज शर्मा ने भी करते हुए कहा कि स्कूल का स्टाफ व सैकड़ों विद्यार्थी उक्त महिला प्रिंसिपल से परेशान रहते थे। जैसे ही शिक्षा विभाग की टीम स्कूल में पहुंची तो एक दर्जन से ज्यादा विद्यार्थियों सहित स्कूल स्टाफ ने लिखित तौर शिकायत देकर अपनी बात विभाग तक पहुंचाई है। सुस्त पुलिसिया कार्यवाही से अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हो सकी हैं।