Warden, the girls were scared by ghosts! It happened ...
रात को भूत बनकर छात्राओं को डराना आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डन और एक चपरासी को महंगा पड़ गया और उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है.
जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिलाधिकारी के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए संविदा पर तैनात वार्डन और चपरासी की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है. रात में छात्राओं की सुरक्षा के लिए अब स्कूल में महिला होमगार्ड की तैनाती की जाएगी.
विद्यालय की करीब दस छात्राओं ने 21 अप्रैल से 28 अप्रैल के बीच कई पत्र डीएम और बेसिक शिक्षा अधिकारी को लिखकर विद्यालय की वार्डन पूनम भारती और चपरासी ज्ञानप्रकाश पर सनसनीखेज और चौंकाने वाले कई गंभीर आरोप लगाए थे. छात्राओं ने वार्डन पर बदसलूकी और चपरासी पर छेड़छाड़ के आरोप भी लगाए थे.
शिकायतों के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी सतेंद्र कुमार ने पूरे मामले की जांच कस्तूरबा गांधी विद्यालय के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर और खरखौदा खंड शिक्षा अधिकारी को सौंप दी. इस मामले में आरोपी दोनों कर्मचारियों का पक्ष जानने की भी कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.