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तेजस्‍वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर तंज कसा और ट्वीट पर बोले की चूहों से मिली है सरकार-खुद खाते है और चूहों को भी खिलाते हैं..

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तटबंधों के टूटने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर तंज कसा। तेजस्वी ने गुरुवार को ट्वीट कर शराबबंदी, बाढ़ एवं जल संसाधन विभाग में घोटालों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य सरकार की चूहों से साठगांठ है। तेजस्वी ने लिखा कि सरकार के लोग खुद भी खाते हैं और चूहों को भी खिलाते हैं। तेजस्‍वी के इस ट्वीट पर यूजर्स ने उन्‍हें ट्रोल कर दिया है।

यह है मामला

विदित हो कि बुधवार को सीवान में नहर का बांध टूट गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने टूटे बांध की मरम्मत कराने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। बाद में बीडीओ ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। उसके बाद तटबंध को बंधवाया गया। बांध टूटने से कई गांवों में पानी घुस गया। इधर कुछ दिनों के दौरान बिहार में कई बांध टूटे हैं। तेजस्‍वी ने इसी पर तंज कसते हुए ट्वीट किया।

ऐसे हुई ट्रोलिंग

एक यूजर ने ट्विटर हैंडल @SinghJyoti155 से लिखा है, “मंत्री बनकर खामखा बिहार का पैसा बर्बाद कर दिए। इतना तेज समाचार पहुंचाते हो। आपको तो पत्रकार बनना चाहिए था।” इसपर दूसरे यूजर (@mukeshjangid103) ने जवाब दिया, “अनपढ़, गंवार, मंदबुद्धि को इस देश में पत्रकार नहीं बनाया जाता, उसे तो सिर्फ राजनेता बनाया जाता है।”

मंगल मिश्रा (@MangalMishra14) ने तंज कसा, ”चूहों से असली सांठ-गांठ तो आपके पिताजी की है, जो गठबंधन तोड़ने का बदला नीतीश सरकार से ले रहे है।” एक अन्‍य ने ट्विटर हैंडल @AgnosticAkshay से लिखा, ”लालू जी होते तो खुद खा जाते। चूहों की तो जरुरत ही नहीं होती।”

एक अन्‍य यूजर ने इसी बहाने लालू प्रसाद यादव पर भी निशाना साधा। उसने लिखा, ”15 साल से एक मुर्गी आठ किलो अनाज, 74 किलो चारा गाय हर दिन खा जाती थी, तो बेचारे चूहे क्यो न खाएं?”

एक यूजर ने ट्विटर हैंडल @gr9rohan से लिखा, ”आज दोस्ती कल वार।” एक अन्‍य यूजर ने सवाल किया कि कहीं ये चूहे राजद के तो नहीं?
समर्थन में भी खड़े दिखे कुछ यूजर्स

कुछ यूजर्स तेजस्‍वी के समर्थन में भी आगे आए। सुजाता राजपूत (@SujataSingh21) ने लिखा, हे भगवान। अब लग रहा है कि सुशील और नीतीश अपना चोरी बचाने के लिए मिला है। शर्मनाक।” रवि राज (@RaviYad31062937) ने लिखा, ”अब तो नीतीश जी को बांध का उदघाटन करने के लिये एनडीआएफ साथ मे ले जाना पड़ेगा। क्या पता कब टूट जाय बिहार मे एक और बांध की पॉलिटिकल हत्या।

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