बिहार के उप मुख्यमंत्री और पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव दो दिनों से ट्विटर पर पोस्ट किए गए एक फोटो को लेकर काफी संजीदा हैं। उन्होंने उस पोस्ट के जवाब में आज सोशल मीडिया पर जवाबी पोस्ट किया है। “अफवाह बनाम सच्चाई” नाम से अपने पोस्ट में तेजस्वी ने वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता को भी टैग किया है। इस पोस्ट में तेजस्वी ने दो फोटो एक साथ तुलनात्मक लहजे में पोस्ट किया है। पहली तस्वीर वो है जो दो दिनों से सोशल मीडिया में बिहार की खस्ताहाल सड़क की कहानी बयां कर रही थी। दूसरी तस्वीर उसी सड़क की है लेकिन वह हाल की है। पोस्ट में तेजस्वी ने लिखा है कि बिना तथ्यों की छानबीन किए बिहार को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने सलाह दी है कि किसी को भी रिट्वीट करने से पहले फैक्ट वैलिडेट कर लेने चाहिए।
दरअसल, दर्पण सिंह नाम के पत्रकार ने एक दिन पहले टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर का लिंक ट्वीट करते हुए तेजस्वी यादव को टैग कर दिया था। इस पर तेजस्वी यादव ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए लिखा था कि यह तस्वीर बिहार की नहीं लगती है। इसलिए आप प्लीज दोबारा चेक कर उस जगह की वास्तविक लोकेशन बताइए। उसी तस्वीर को आज शेखर गुप्ता ने भी रिट्वीट कर दिया था, जिसके जवाब में तेजस्वी यादव ने सच्चाई सामने रखी।
तेजस्वी के इस प्रयास की सोशल मीडिया पर तारीफ हो रही है। कई यूजर्स उन्हें सच्चाई सामने लाने के लिए थैंक्स कह रहे हैं तो कई बिहार को बदनाम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। हालांकि, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसे झूठा बता रहे हैं। बता दें कि बिहार में सड़कों की स्थिति पहले से सुधरी है। बिहार सरकार इसका इसका दावा करती रही है। उप मुख्यमंत्री बनने के बाद तेजस्वी यादव ने पहल करते हुए एक व्हाटसअप नंबर भी जारी किया था और राज्यभर के लोगों से अपील की थी कि अपने-अपने इलाकों की खस्ताहाल सड़कों की तस्वीर उन्हें भेजें। वो जल्द से जल्द उन्हें दुरुस्त कराएंगे। उस वक्त भी उनकी काफी प्रशंसा हुई थी।