featuredबिहार

महिलाओं पर अपशब्द बोलने वाले कैंडिल मार्च कर रहे हैं: नीतीश

बिहार के मुजफ्फरपुर आश्रय गृह में लड़कियों के साथ यौनाचार मामले में सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षियों पर पलटवार करते हुए कहा कि आज ऐसे लोग धरना और कैंडल मार्च कर रहे हैं, जिनके महिलाओं पर दिए गए बयान की चौतरफा निंदा हुई थी। उन्होंने कहा कि जो लोग आज सवाल पूछ रहे हैं, वे टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) के सर्वेक्षण से पहले सवाल क्यों नहीं पूछ रहे थे। उन्होंने सिस्टम में खामियों की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार में आश्रय गृह स्वयंसेवी संस्था नहीं बल्कि सरकार खुद चलाएगी।

एक सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि जो पाप करेगा वह बचेगा नहीं। चाहे कोई भी हो। मंजू वर्मा पर कोई भी निर्णय जांच के बाद ही ले सकेंगे। जब यह पूछा गया कि आपकी छवि सुशासन बाबू की रही है ऐसे में इस घटना के बाद आपकी भी छवि पर दाग लगा है। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहारवासियों की छवि खराब हुई है। सबकी छवि खराब हुई है। रिमांड को लेकर पूछे गए सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार के डीजीपी ने कहा कि कोर्ट ने इसके लिए मना कर दिया था लेकिन जेल में जाकर पूछने की इजाजत दी गई थी और हम लोग जेल में जाकर अभियुक्‍तों से पूछताछ किए थे। डीजीपी ने कहा कि 30 जुलाई को केस सीबीआई को सौंप दी गई है।

Leave a Reply

Exit mobile version