राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव इन दिनों चारा घोटाला के एक मामले में सजायाफ्ता होने के बाद रांची की बिरसा मुंडा जेल में सजा काट रहे हैं। इस बीच सोमवार (16 जनवरी) को उनके ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से कबीरदास की उलटवासियों का एक दोहा ट्वीट किया गया है जिसमें लालू कह रहे हैं कि हमें ऐसे काम करने चाहिए कि लोग हमें याद कर रोएं। दरअसल, लालू यादव ने यह दोहा बीबीसी न्यूज की उस खबर को शेयर करते हुए लिखी है, जिसमें लिखा गया है कि लालू प्रसाद यादव के चरवाहा विद्यालय जिन पर भारतीय हंसे और दुनिया हैरान हुई। लालू ने ट्वीट किया, “कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये। ऐसी करनी कर चलो, हम हँसे जग रोये ।।”
लालू यादव के इस ट्वीट पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें ट्रोल किया है और जवाब में भी दोहे लिखे हैं। एक यूजर ने लिखा है, “ललवा जब तुम पैदा हुए, भैंस रोये तुम हँसे ऐसी करनी कर चले, भैंस हँसे तुम जेल में फंसे।” दूसरे यूजर ने लिखा है, “ललुआ पड़ा है जेल में,लिए लुकाठी हाथ। जिसे अपना घर फूंकना है,वो जाये ललुआ के साथ।” एक अन्य यूजर ने ट्रोल करते हुए लिखा है, “ललुआ जब तुम पैदा हुए, कुकुर हँसा भैंसियन रोये। चारा खाकर चल दिए , तुम हँसे गयीयन रोये….।।।”
बता दें कि लालू यादव ने 1990 में बिहार का मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में चरवाहा विद्यालय की स्थापना की थी। इस विद्यालय में गाय-भैंस चराने वालों के लिए पढ़ने की व्यवस्था के साथ-साथ स्कूल परिसर में ही उनके पशुओं के चारा का भी प्रावधान था। कुछ जगहों पर यह विद्यालय खुला भी मगर जल्द ही यह योजना अधर में लटक गई। बहरहाल, लालू यादव जेल में बंद हैं। उनसे मुलाकातियों की संख्या भी निर्धारित है। बावजूद इसके उनके समर्थक रात-रात तक रांची की जेल के बाहर खड़े हैं। चारा घोटाला से जुड़े एक और मामले में जल्द ही सीबीआई कोर्ट फैसला सुनाने वाली है।