आरा मंडल कारा में शनिवार की सुबह भारी बवाल हुआ। जेल में कैदियों के के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस दौरान उनकी सुरक्षाकर्मियों से भी मारपीट हुई। कैदियों ने जेल गेट को तोड़ जेल ब्रेक की भी कोशिश की। घटना में आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घटना का कारण बीते दिन वायरल हुए उस वीडियो को बताया जा रहा है, जिसमें कुछ कैदी मोबाइल पर बात करते तथा गांजा पीते दिख रहे हैं।
वीडियो बना बवाल का कारण
जानकारी के अनुसार आरा मंडल कारा में बंद कैदियों का एक वायरल वीडियो विवाद का कारण बना है। वीडियो में दिखाया गया है कि कैदी आराम से मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इतना ही नहीं, जेल में बंद कैदियों को गांजे का कश लगाते भी दिखाया गया है। कैदियों के एक गुट को आशंका है कि इस वीडियो को उनके विरोधी गुट ने वायरल कराया है।
जेल में जमकर चले लाठी-डंडे
घटना के बाद बीते दिन से कैदियों में तनाव था। शनिवार की सुबह यह तनाव अचानक मारपीट में बदल गया। दोनों आेर से जमकर लाठी-डंडे चले। इस दौरान कैदियों ने जेल के गेट को तोड़ जेल ब्रेक की भी कोशिश की। अब यह सवाल पैदा हो गया है कि कैदियों के पास लाठी-डंडे कैसे पहुंचे।
आधा दर्जन लोग जख्मी
मारपीट में आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। जख्मियों में कई सुरक्षाकर्मी एवं बंदी शामिल हैं। गंभीर रुप से जख्मी एक बंदी और एक सिपाही का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है।
एसडीओ व एसडीपीओ ने की जांच
एसडीपीओ संजय कुमार पूरे दल बल के साथ मंडल कारा पहुंचे और मामले की छानबीन की। एसडीओ अरुण प्रकाश ने बताया कि किसी मामूली विवाद को लेकर के बंदी और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हुई थी। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पूरे मामले की गहराई से छानबीन की जा रही है।
वायरल वीडियो को लेकर था तनाव
मंडल कारा के जेलर मृत्युंजय कुमार ने बताया की शुक्रवार को वायरल वीडियो के मामले में चल रही जांच के दौरान कुछ बंदियों के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद से ही बंदियों के दो गुटों के बीच तनाव कायम हो गया था। शनिवार की सुबह दोनों गुटों के बीच में जारी तनाव झड़प में तब्दील हो गया, जिसमें कई सिपाही एवं बंदी जख्मी हो गए हैं। फिलहाल बंदियों को समझा-बुझाकर मामले को शांत करा दिया गया हैं। घटना की जांच को पहुंचे एसडीओ एवं एसडीपीओ मामले की गहराई से छानबीन कर रहे हैं।
पुलिस मुख्यालय ने दिया जांच का आदेश
इस बीच राज्य पुलिस मुख्यालय ने भोजपुर के एसपी को वीडियो की जांच कर जेल के दोषी अधिकारियों व कर्मियों को चिन्हित करने का आदेश दिया है। हालांकि, अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) एसके सिंघल ने यह भी कहा कि वायरल वीडियो पुराना है, लेकिन यह आरा मंडल कारा का ही है।