जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में विवादित ‘ लव जिहाद ’ पर फिल्म दिखाए जाने के दौरान कुछ छात्र समूह ने बाधा डाल दी. उनका आरोप है कि फिल्म की शक्ल में नफरत को प्रचारित किया जा रहा है. यह घटना शुक्रवार रात की है. ‘ इन द नेम ऑफ लव – मेलन्काली ऑफ गॉड्स ओन कंट्री (In the Name of Love-Melancholy of God’s Own Country)’ नाम की फिल्म के प्रदर्शन का आयोजन ग्लोबल इंडियन फाउंडेशन और जेएनयू के विवेकानंद विचार मंच ने किया था.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ और जेंडर सेंसिटाइजेशन कमेटी एगेंस्ट सेक्शुअल हरेसमेंट ने फिल्म को दिखाए जाने के दौरान बाधा डाली और आरोप लगाया कि फिल्म के रूप में नफरत का प्रचार किया जा रहा है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों और एबीवीपी के सदस्यों के बीच मामूली हाथापाई भी हुई.
पुलिस को दोनों और से 13 शिकायतें मिलीं
दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसे दोनों ओर से 13 शिकायतें मिली हैं और वह घटना की छानबीन कर रही है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया , ‘हमें 13 शिकायतें मिली हैं और उन पर विचार कर रहे हैं जो कार्रवाई योग्य हैं.’ उन्होंने बताया कि शिकायतों में संगीन आरोप लगाए गए हैं जिसकी तफ्तीश की जा रही है.
जेएनयूएसयू ने कहा कि वह हिंसा के खिलाफ शनिवार रात परिसर में मार्च निकालेगा. उसी वक्त पर एबीवीपी भी एक मार्च निकालेगा. आयोजकों के मुताबिक , फिल्म का निर्देशन सुदीप्तो सेन ने किया है. यह फिल्म ‘ लव जिहाद ’ और केरल में लड़कियों के धर्मांतरण के मुद्दे पर केंद्रित है.
जेएनयूएसयू और एबीवीपी ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप
जेएनयूएसयू ने एबीवीपी के सदस्यों पर छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे पर हमला करने का आरोप लगाया. जेएनयूएसयू ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने छात्राओं को अपशब्द कहे और हाथापाई की तथा उस कार की खिड़की का शीशा तोड़ दिया जिसमें पांडे ने खुद को बचाने के लिए शरण ली थी.’
एबीवीपी के सदस्य सौरभ शर्मा ने आरोप लगाया , ‘पांडे ने मुझे जान से मारने की धमकी दी और जातिसूचक शब्द कहे. जब एक गार्ड हस्तक्षेप करने आया तो उसने गार्ड पर अपनी कार चढ़ा दी.’ एबीवीपी ने एक बयान में कहा, ‘साबरमती ढाबे पर एक फिल्म दिखाने पर बाधा डालने के बाद वाम प्रदर्शनकारियों ने एक गार्ड को जानबूझकर गंभीर रूप से घायल कर दिया.’
प्रदर्शनकारियों ने एक बयान में कहा , ‘‘ एबीवीपी / आरएसएस विवेकानंद विचार मंच के पीछे क्यों छुप रहा है ? हम आरएसएस के जहरीले ‘ लव जिहाद ’ मिथ्या को प्रचारित नहीं होने देंगे. ’’ फिल्म को दिखाने जाने का विरोध करने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और एबीवीपी का पुतला फूंका गया. इसी हंगामे में कुछ छात्र जख्मी हो गए जबकि एक निजी सुरक्षा गार्ड को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.