featuredदिल्ली

कभी पुल गिरा तो कभी आमने-सामने आ गईं ट्रेनें: दिल्ली मेट्रो

दिल्ली में मेट्रो की नई लाइन शुरू होने से पहले बड़ा हादसा हुआ है। मंगलवार को कालिंदी कुंज के पास ट्रायल के दौरान मेट्रो दीवार तोड़कर बाहर निकल आई। गनीमत थी कि इस दौरान जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। दुर्घटना के दौरान मेट्रो में कोई ड्राइवर नहीं था। चूंकि यह मेट्रो रूट ड्राइवरलेस होगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हादसा तकनीकी कारणों से हुआ। बता दें कि 25 दिसंबर को मैजेंटा लाइन की शुरुआत होने वाली है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस रूट का उद्घाटन करने वाले हैं। यह लाइन नोएडा को दक्षिणी दिल्ली से जोड़ेगी। दिल्ली मेट्रो का यह रूट कालकाजी से बॉटनिकल गार्डन तक होगा।

इस लाइन के शुरू होने के बाद नोएडा और दक्षिणी दिल्ली के बीच यात्रा समय में कमी आएगी। बहरहाल, तकनीकी खामियों या चूक के चलते ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। मेट्रो ट्रेन और इसके निर्माण कार्य से जुड़े पुराने हादसों में लोगों की जान तक जा चुकी हैं। ये रहे बड़े हादसे-

पहली आमने-सामने की टक्कर
5 नवंबर 2016 को ट्रायल के दौरान दो ट्रेनें आमने-सामने आ गई थीं। दोनों की टक्कर भी हुई थी। मगर अच्छी बात रही कि कोई घायल नहीं हुआ था। यह घटना ओखला विहार मेट्रो से कालिंदी कुंज के बीच ट्रायल के दौरान हुई थी। मेट्रो के इतिहास में यह आमने-सामने हुई टक्कर की पहली दुर्घटना थी।

पुल ने लील ली थी पांच की जान
12 जुलाई 2009 को दक्षिणी दिल्ली के जमरूदपुर में मेट्रो के पुल का काम चल रहा था। अचानक से वह गिर गया था, जिसमें पांच लोगों की जान गई थी। जबकि, 13 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।

फ्लाईओवर गिरा, दो मरे; 30 जख्मी
19 अक्टूबर 2008 को लक्ष्मी नगर इलाके में फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, 30 लोग जख्मी हुए थे। इतना ही नहीं, हादसे में एक ब्लू लाइन बस, ट्रक, क्रेन और कुछ निजी वाहनों को भी क्षति पहुंची थी। यह हादसा मशीनी गड़बड़ी के कारण हुआ था।

प्लैटफॉर्म पर घिसटता गया था कैदी
30 सिंतबर 2008 में एक कैदी मेट्रो के कोच के साथ घिसटते हुए जख्मी हुआ था। वह एक अन्य कैदी के साथ रस्सी से बंधा था। साथ में तीन पुलिसकर्मी भी थे। वे लोग कोच में चढ़ रहे थे। उसका साथी तो कोच में चढ़ गया था। लेकिन दरवाजे बंद होने के बाद वह नहीं अंदर आ सका और ट्रेन चलने पर पूरे प्लैटफॉर्म की लंबाई तक घिसटता गया था। यह दुर्घटना चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन पर हुई थी।

कार पर गिरी थी 4 टन की लोहे की बीम
जुलाई 18, 2008 को राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पास मेट्रो के निर्माण कार्य के दौरान हादसा हुआ था। क्रेन ने गलती से चार टन की लोहे की बीम वहां से गुजर रही एक टवेरा कार पर गिरा दी थी, जिसमें ड्राइवर के चोटिल हुआ था। जबकि, अन्य लोगों के मामूली खरोंचे आई थीं।

निर्माण कार्य के दौरान मजदूर की मौत
21 जनवरी 2008 को लक्ष्मी नगर में मेट्रो के निर्माण कार्य के वक्त एक मजदूर की मौत हो गई थी।

क्रेन चालक पर गिरा था कंक्रीट का ब्लॉक
28 अगस्त 2008 को मयूर विहार में मेट्रो के काम के दौरान क्रेन चालक की जान चली गई थी। तकनीकी चूक के चलते उस पर कंक्रीट का एक ब्लॉक गिर गया था।

Leave a Reply

Exit mobile version