लखनऊ: कानपुर-लखनऊ के बीच ट्रेनें घंटों के हिसाब से लेट हो रही हैं। इन स्टेशनों के बीच एक्सप्रेस ट्रेनें भी बिना स्टापेज जहां तहां खड़ी हो जाती हैं। परेशान यात्री जगह-जगह इंडियन रेलवे को कोसते नजर आते हैं। कई बार हंगामे की स्थिति बनती है तो कुछ गाड़ियां एक स्टेशन आगे बढ़ा दी जाती है। यह किसी एक दिन की बात नहीं लगातार कई दिन से यही हाल है। शताब्दी एक्सप्रेस को छोड़ दिया जाए तो दोनों स्टेशनों के बीच नानस्टाप चलने वाली ट्रेनें भी तीन चार जगह रुक-रुक कर ही पहुंच पा रही हैं।
आज केवल कानपुर लखनऊ के बीच में ही 64208 कानपुर से लखनऊ मेमो पैसेंजर 2 घंटे 45 मिनट, 11109 झाँसी इंटरसिटी 1.00 घंटे, 13238 पटना कोटा एक्सप्रेस 1 घंटे 52 मिनट, 19053 सूरत मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस 1 घंटे 51 मिनट, 14222 फैज़ाबाद इंटरसिटी 2 घंटे 20 मिनट और 13168 आगरा कोलकाता साप्ताहिक एक्सप्रेस 1 घंटे 42 मिनट लेट हो गई। यह घंटोंं के हिसाब से लेच होने वाली ट्रेनों की बानगी मात्र है जबकि ज्यादातर ट्रेनें विलंबित हो रही हैं।
लखनऊ के मंडल रेल प्रबंधक सतीश कुमार ने मुख्य यातायात नियंत्रक को कानपुर-लखनऊ के बीच ट्रेनों में हो रहे विलंब को लेकर लिखापढ़ी की है लेकिन नतीजा कुछ खास नहीं रहा। बीते तीन चार दिनों के मुकाबले शनिवार को ट्रेनें अधिक विलंब से चलीं। हालांकि रेल मंत्रालय ने भी आज इस बावत रूट पर समय प्रबंधन ठीक करने को निर्देशित किया है।