बहराइच: स्वतंत्रता दिवस के मौके पर यहां के बौंडी थाने में घुटने भर पानी के बीच में एसओ जितेन्द्र सिंह ने तिरंगा फहराया गया। पुलिसकर्मियों के इस जज्बे को सलाम करते हुए डीजीपी सुलखान सिंह ने ट्वीट कर कहा, ” पुलिस के साथियों के जज्बे को नमन करता हूं। मैं सभी ईनाम देने की घोषणा करता हूं।”
-इस मौके पर 18 पुरुष कांस्टेबल और 6 महिला कांस्टेबल मौजूद थीं। बौंडी थाने के एसओ ने तिरंगा फहराने के बाद एसओ जितेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया,”सोमवार की रात से थाने में पानी भरने लगा था। जिसकी वजह से महत्वपूर्ण चीजें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिए। जब पूरे देश में आजादी का जश्न मनाया जा रहा था, तब हमने भी थाने पर ही तिरंगा थाने पर फहराने का फैसला किया।”
-आपको बता दें कि बहराइच, श्रावस्तवी और गोंडा में घाघरा ने अपना रौद्र रुप दिखा रही है। नानपारा तहसील, मिहींपुरवा ब्लाक और महसी तहसील बुरी तरह बाढ़ से घिरे हुए हैं। वहीं चार लोग बाढ़ में बह गए हैं जिनका कोई पता नहीं है। घाघरा, सरयू, शारदा और राप्ती खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। ऐसे में लखीमपुर, बहराइच, बाराबंकी और गोंडा जिले सबसे अधिक संवेदनशील हैं।
-बहराइच के नानपारा और महसी तहसील में भी घाघरा ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। नवाबगंज क्षेत्र में बने बांध को घाघरा ने तोड़ दिया है। इससे दो दर्जन से ज्यादा गांवों में पानी भर गया है। कटान के भय से इन जिलों के गांव में पलायन भी शुरू हो गया है। आला अधिकारियों ने मौके पर डेरा डाल दिया है।
बहराइच का हाल है बदतर
-बहराइच में उफनाई नदियों ने तांडव मचा रखा है। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से घाघरा और राप्ती में पानी बढ़ गया है जिससे नानपारा तहसील में नवाबगंज ब्लॉक स्थित रिंग बांध टूट गया है। मिहींपुरवा ब्लॉक के करीब सौ गांव बाढ़ से प्रभावित है जहां पानी घुस गया है। लोग घर की छतों पर जाकर अपनी जान बचा रहे हैं। करीब पांच हजार लोग अभी भी बाढ़ में फंसे हुए हैं। इनका मुख्यालय से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। एनडीआरएफ और पीएसी की टुकड़ियों ने कमान संभाल ली है।
घाघरा नदी ने मचाई तबाही
वहीं महसी तहसील के पिपरी गांव में चार लोग बाढ़ के पानी में बह गए हैं। इसमें से दो भाई बहन है। वहीं दो लोग अन्य परिवार के हैं। यहां भी करीब डेढ़ दर्जन गांव में पानी घुसा हुआ है। सैकड़ों लोग अपनी जान हथेली पर लिए हुए हैं। महसी में सरयू नदी ने तबाही मचाई हुई है।