यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक सम्बोधन के दौरान कहा कि अगर देश का सच्चा इतिहास लोगों के सामने आ गया तो जिन लोगों का जनता सम्मान करती है। उनका अपमान करेगी क्योंकि इस देश के इतिहास को राजनीतिक लाभ के लिए तोड़ा-मरोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि जो राष्ट्र के बारे में सोचते हैं, काम करते हैं उन्हें सांप्रदायिक कहा जाता है और जो बहुसंख्यकों को गाली देने वाले खुद को मानवतावादी बताते हैं।
उन्होंने कहा कि हम अपने पाठ्यक्रम में महापुरूषों की जीवनी को शामिल करेंगे, जिससे कि बच्चे अपने इतिहास के बारे में जानें। उन्होंने कहा कि ये काम आजादी के बाद से ही शुरू हो गया था। हमारे देश के स्वतंत्रता आंदोलन को विद्रोह कहा गया।
उन्होंने आरएसएस की तारीफ की और कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ निस्वार्थ देश की सेवा कर रहा है। कुछ लोग इसे सांप्रदायिक बताते हैं।