यूपी के मथुरा शहर के होलीगेट पर सरे बाजार सोमवार की रात हुई दो सर्राफा व्यापारियों की हत्या और लूट मामले में 6 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में एक आरोपी आयुष ने कहा, ‘हमसे बहुत बड़ी गलती हो गई है. इस काम के लिए रंगा ने हमसे संपर्क किया था. मुझे नहीं मालूम था कि लूट या मर्डर करेंगे.’
आरोपी बदमाश ने कहा, ‘वारदात के वक्त शॉप की गेट पर सबसे पहले लात मैंने ही मारी थी. इन लोगों ने उसके बाद गोली चला दी. लूट के माल का सिर्फ 10 फीसदी हिस्सा ही मुझे मिला. वारदात को अंजाम देकर हम लोग घर के पास ही अलग-अलग ठिकानों पर छिपे हुए थे. फिर 5 लोग साथ में आकर रहने लगे. मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई. मैं पछता रहा हूं.’
एसएसपी विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों तक पहुंचने में काफी मदद मिली. हमें जैसे ही लुटेरों की लोकेशन मिली हमने रणनीति बनाई. पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया गया. हम नहीं चाहते थे कि किसी आम आदमी को कोई परेशानी हो. इसके बाद भागने के सारे रास्ते बंद किए गए. पुलिस टीम ने चारों तरफ से धावा बोल दिया.
राकेश उर्फ रंगा है मास्टर माइंड
उन्होंने बताया कि पुलिस के धावा बोलते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. करीब 5 बजे तड़के शुरू हुआ एनकाउंटर 6.30 बजे तक चला. इसमें हमारे 6 जवानों को गंभीर चोट आई है. दो बदमाशों को भी गोली लगी है. पुलिस ने मौके से लूट के मास्टरमाइंड राकेश उर्फ रंगा, उसके भाई नीरज उर्फ चीना सहित 6 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है.
CCTV से हुई आरोपी की पहचान
पुलिस ने लूट का सारा सामान, एक पिस्तौल, 2 मैगेजिन, कारतूत और 3 तमंचे बरामद किए हैं. आरोपियों का मकसद सिर्फ लूट था. इससे पहले पुलिस ने 20 अपराधियों को हिरासत में लिया था. उनसे पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान हो पाई थी. इसके बाद पुलिस ने पूरी रणीनीति तैयार की और योजनबद्ध तरीके से धावा बोल दिया.
48 घंटे का दिया था अल्टीमेटम
इस वारदात के खुलासे को लेकर यूपी पुलिस पर जबरदस्त दबाव था. गुरुवार को पीड़ित परिवार की भूड़ताल के बाद शुक्रवार को पूरे राज्य में सर्राफा व्यापारियों ने दुकानें बंद रखी थीं. घटना के खुलासे के लिए आक्रोशित व्यापारियों द्वारा 48 घंटे का दिया गया. यह अल्टीमेटम आज ही खत्म हो रहा था. समय से पहले ही पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
योगी आदित्यानाथ को दी रिपोर्ट
बुधवार को पीड़िता परिवार से मिलने पहुंचे मथुरा से विधायक और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा था कि हमारी पूरी कोशिश है कि ऐसी घटना दोबारा न हो. पूरे शहर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगेंगे. पुलिस पेट्रोलिंग बढाई जाएगी. सरकार इस घटना को लेकर बहुत संवेदनशील है. पूरी रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यानाथ को दी जाएगी.
मंत्री को सुनाई थी खरी खोटी
इससे पहले कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा और डीजीपी सुलेखान सिंह को पीड़ित परिवार के गुस्से का सामना करना पड़ा था. पीड़ित परिजनों का कहना था कि वे लोग पुलिस को फोन करते रहे, लेकिन समय पर मौका-ए-वारदात पर कोई नहीं पहुंचा. इतना ही नहीं लोगों ने मंत्री खूब खरी खोटी सुनाई. इसके बाद मंत्री और डीजीपी ने न्याय का भरोसा दिलाया.
5 पुलिसकर्मी हुए थे निलंबित
इस वारदात पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी से गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए जांच के आदेश दिए थे. इसके बाद मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था. एसएसपी विनोद कुमार मिश्रा ने बताया था कि पुलिस चौकी प्रभारी सहित 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.